नई दिल्ली: माइनॉरिटी कमीशन ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी नेताओं की ओर से एक समुदाय विशेष को टारगेट कर दिए जा रहे विवादित बयानों को बेहद गंभीरता से लेते हुए दिल्ली के चीफ इलेक्शन ऑफिसर को एक चिट्ठी लिखी. उन्होंने चिट्ठी लिख कर ऐसे नेताओं के खिलाफ सख्त एक्शन लिए जाने की मांग की है. चेयरमैन डॉ. खान ने कहा कि CAA-NRC के खिलाफ चल रहे आंदोलन असल में आजादी की दूसरी लड़ाई है.
माइनॉरिटी कमीशन ने CEO से की शिकायत चीफ इलेक्शन ऑफिसर को लिखी चिट्ठी
देश की राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. इस दौरान सभी राजनीतिक दल अपने-अपने तौर-तरीकों से जनता के बीच जा रहे हैं. वहीं बीजेपी के मंत्री और सांसद लगातार समुदाय विशेष के खिलाफ उल्टे सीधे बयान देकर सुर्खियों में बने हुए हैं.
ऐसे ही कुछ विवादित बयानों को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली माइनॉरिटी कमीशन ने दिल्ली के चीफ इलेक्शन ऑफिसर को विस्तृत रिपोर्ट के साथ एक चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में मांग की गई है. बीजेपी नेताओं की ओर से दिए जा रहे बयानों को चुनाव आयोग गंभीरता से ले और ऐसे नेताओं के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. ताकि समाज में इस तरह की नफरत फैलाने वालों पर अंकुश लग सके.
आजादी की दूसरी लड़ाई है ये आंदोलन
डॉ. खान ने ईटीवी से खास बातचीत में कहा कि सिर्फ मुसलमान इस लड़ाई में नहीं है बल्कि समाज के दूसरे लोग भी इसमें शामिल हैं. ये आजादी की दूसरी लड़ाई है, सन 1947 में जिन लोगों ने आजादी की लड़ाई में कोई हिस्सेदारी नहीं ली, आज वही लोग देश पर कब्जा करना चाहते हैं. वो चाहते हैं कि इस कानून के जरिए लोगों की नागरिकता चली जाए उन्हें अपना गुलाम बना लिया जाए, यही उनकी असल मानसिकता है.