नई दिल्ली:हथनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है. गुरुवार सुबह सात बजे यमुना का जलस्तर 208.46 मीटर तक पहुंच गया, जो रिकार्ड है. इस बढ़े जलस्तर की वजह से दिल्ली के निचले इलाकों में पानी भर गया है. कुछ सड़कों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. वहीं, बाढ़ की स्थिति पर चर्चा के लिए एलजी वीनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक बुलाई है.
यमुना का पानी बाहरी रिंगरोड़ पर भी आ गया है. इससे आईएसबीटी कश्मीरी गेट में हिमाचल, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा व उत्तराखंड से आने-जाने वाली बसों का परिचालन प्रभावित हुआ है. लोगों को काफी परेशानी हो रही है. वजीराबाद के निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. इससे पहले दिल्ली में यमुना में इतना पानी कभी नहीं देखा गया है. साल 1978 में यमुना का जलस्तर 207.49 मीटर तक पहुंचा था. वर्तमान में जलस्तर खतरे के निशान से करीब 3 मीटर से अधिक ऊपर पहुंच चुका है. लगभग पांच दशक से अधिक समय बाद पहली बार यह जलस्तर इतना पहुंचा है.
बुधवार देर शाम मजनू टीला व चन्दगीर्वम् अखाड़े के आसपास रिंग रोड पर पानी आ गया. हालांकि, अभी रिंग रोड पर कम पानी है. साल 2013 के बाद रिंग रोड पर दूसरी बार पानी घुसा. साल 2013 में भी इसी तरह यमुना का पानी निचले इलाकों को पार करते हुए बाहरी रिंग रोड पर आ गया था.
दिल्ली में बाढ़ के खतरे को देखते हुए शासन-प्रशासन पूरी मुस्तैदी दिख रहा है. दिल्ली के लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए प्रशासन ने कई पॉइंट्स पर बोट की तैनाती की है.
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