नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की हेड कॉन्स्टेबल सीमा ढाका ने एक नई स्कीम के तहत तीन महीनों के अंदर ही 76 लापता बच्चों की तलाश की. जिसके चलते वह वक्त से पहले प्रमोशन पाने वाली पहली पुलिसकर्मी बन गई हैं. उन्हें दिल्ली पुलिस मुख्यालय में पदोन्नति दी गई.
सीमा ढाका को 76 गुमशुदा बच्चों को ढूंढ निकालने के लिए आउट-ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया. दिल्ली पुलिस ने बाकायदा बयान जारी कर बताया कि उत्तरी बाहरी दिल्ली स्थित समयपुर बादली पुलिस स्टेशन में तैनात सीमा ढाका आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाने वाली पहली पुलिस कर्मी बन गई हैं.
राजधानी दिल्ली के समय पुर बादली थाने में तैनात सीमा ढाका ने एक नया आयाम हासिल किया है. सीमा ढाका ने 3 महीने के अंदर 76 गुमशुदा बच्चों को तलाश कर उनके माता-पिता तक पहुंचाया. इन बच्चों में से 50 से ज्यादा बच्चों की उम्र 14 साल से भी कम है. जिस वजह से सीमा ढाका को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया है.
आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाने वाली पहली महिला पुलिसकर्मी
सीमा ढाका दिल्ली पुलिस की आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाने वाली पहली महिला पुलिसकर्मी बन गई है और अब लोगों के लिए एक मिसाल भी बन रही है जिस तरीके से इमानदारी से उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को निभाया और 3 महीने के अंदर ही 76 बच्चों को तलाश कर माता पिता तक पहुंचाया, वह न केवल ड्यूटी बल्कि सामाजिक तौर पर भी सराहनीय माना जा रहा है.
आज पुलिस हेड क्वार्टर में उन्हें पदोन्नति दी गई .पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने खुद सीमा ढाका की वर्दी में एएसआई पद का स्टार लगाया .इसकी घोषणा काफी समय पहले पुलिस कमिश्नर द्वारा की जा चुकी थी.
समय पुर बादली में हेड कांस्टेबल के पद में तैनात सीमा ढाका आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर अब एएसआई के पद पर तैनात हो गई हैं उन्होंने इस मुकाम को पाकर तरक्की तो करी ही साथ ही ऐसी कई पुलिस कर्मियों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बन गई है और अब हर कोई सीमा ढाका की तरह अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाने का प्रयास करने में जुटने की कोशिश कर रहा है.