नई दिल्ली: एमसीडी के स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव के दौरान शुक्रवार को भाजपा और आम आदमी पार्टी के निगम पार्षदों के बीच जमकर लात-घूंसे और जूते-चप्पल चले, जिससे स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव में बाधा पहुंची और इसे 27 फरवरी तक के लिए टाल दिया गया. सदन में हंगामा और मारपीट के बाद देर रात दिल्ली की महापौर शैली ओबेरॉय और आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने थाने पहुंचकर बीजेपी के पार्षदों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. इस दौरान शैली ओबेरॉय ने दिल्ली बीजेपी के नेताओं पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है. इस पूरे मामले पर दिल्ली के आम नागरिकों की क्या राय है पढ़ें.
AAP और BJP पार्षदों के बीच जमकर मारपीट: दिल्ली के आम नागरिकों का कहना है कि जिस तरह से निगम में स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव को लेकर दोनों पार्टियों के पार्षदों में भिड़ंत हुई, यह पहले कभी किसी भी सदन में देखने को नहीं मिला. लोगों का कहना है कि दिल्ली नगर निगम सिविक एजेंसी है, जहां लोगों की सेवा करने के लिए शपथ ली जाती है. लेकिन यहां दोनों ही पार्टियों के पार्षदों द्वारा कुर्सी हथियाने के लिए मारपीट की गई है. सदन में फिल्मी स्टाइल में एक दूसरे पर हमला कर सदन की गरिमा को तार-तार किया गया है.
लोगों ने यह भी कहा कि लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा और निगम में जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि जनता की सेवा के लिए भेजे जाते हैं. लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार आम चुनाव होता है और जब नेता खुद को सबसे ऊपर समझने लगे, तो इस तरह के बर्ताव सदन में होना लाजमी है. सदन में इस तरह के हंगामे करने के बाद दिल्ली के विकास कार्यों पर असर पड़ेगा और यहां की जनता के काम पूरे नहीं होंगे. दिल्लीवासियों ने आम आदमी पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि आप पार्टी से पंजाब संभल नहीं रहा है और मुंबई को संभालने की बात कर रहे हैं.