मिली जानकारी के अनुसार आरोपी बच्ची को गोद में उठाकर ले गया, काफी ढूंढने के बाद भी बच्ची नहीं मिली, बच्ची को तलाशने पर उसकी हालत देखकर समझते देर न हुई कि उसके साथ क्या हुआ है.
दूधमुंही बच्चियां भी नहीं है सुरक्षित
राजधानी में दूधमुंही बच्चियां भी सुरक्षित नहीं है, ये साबित कर दिया है अमन विहार इलाक की वारदात ने. आरोपी धर्मेंद्र उर्फ गोलू छोले-भठूरे का काम करता है और एक साल की बच्ची को चीज दिलाने के बहाने लेकर गया था. आरोपी ने बच्ची के साथ यौन शोषण की कोशिश की. आरोपी मासूम के ताऊ का दोस्त बताया जा रहा है. बच्ची गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है.
दूधमुंही बच्ची से 'गंदा काम' आसपास के लोगों को जैसी ही इसकी ख़बर लगी, आरोपी को पकड़कर पीटना शुरू कर दिया और पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. पीड़ित बच्ची के पिता ने बताया कि कल सोमवार रात करीब 9 बजे के आसपास उनके भाई का दोस्त बच्ची को चॉकलेट दिलाने के बहाने घर से ले गया और काफी देर तक भी वो वापस नहीं आया जिसके बाद परिवार ने बच्ची को ढूंढना शुरू किया और जब जिस हालात में परिवार को बच्ची मिली तो उनको समझते लगते देर नही लगी के बच्ची के साथ कुछ गलत हुआ है.
दूधमुंही बच्ची से 'गंदा काम' इस वारदात के बाद बच्ची मंगोलपुरी स्थित संजय गांधी अस्पताल में एडमिट है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है, पीड़ित बच्ची के परिजनों ने बताया कि उन्होंने आरोपी युवक को इलाके में और कई जगह यहां तक कि मंगोलपुरी में लगने वाले साप्ताहिक बाजार के छोले भठूरे की दुकानों तक पर तलाशा, और करीब एक घंटे तक उसे ढूंढते रहे. जिसके बाद परिजन आरोपी युवक के अमन विहार स्थित काम करने वाले किचन पर जा पहुँचे जहाँ उन्होंने आरोपी को पकड़ लिया और फिर पब्लिक ने मिलकर उसकी जमकर धुनाई की.
दूधमुंही बच्ची से 'गंदा काम' वारदात के बाद इलाके में दहशत
इस वारदात के बाद इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है. स्थानीय लोगों में अपने बच्चों को लेकर डर है. बहरहाल पुलिस ने आरोपी युवक को पकड़ लिया है और पॉक्सो एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है.