नई दिल्लीः नॉर्थ एमसीडी के द्वारा हाल ही में जर्जर इमारतों को लेकर सर्वे की रिपोर्ट सबमिट की गई है. जिसके ऊपर लगातार सवाल उठ रहे हैं. दरअसल, 8 लाख इमारतों का नॉर्थ एमसीडी के इंजीनियर ने सर्वे किया है. जिसमें महज 445 इमारतों को नोटिस दिया गया है और दो इमारतों को जर्जर बताया गया है. इसी के मद्देनजर ईटीवी भारत की टीम ने नॉर्थ एमसीडी के मेयर जयप्रकाश से बातचीत की.
जर्जर इमारतों के ऊपर मेयर ने रखी अपनी बात.. मेयर जयप्रकाश ने कहा कि निगम के इंजीनियर ने जो सर्वे किया है. उसमे 445 इमारतों को इसलिए नोटिस दिया गया है क्योंकि इन इमारतों का कुछ ना कुछ हिस्सा कभी भी गिर सकता है. जिसको देखते हुए निगम के अधिकारियों ने नोटिस दिए हैं. फिर भी मैंने निगम के अधिकारियों को दोबारा सर्वे करने के आदेश दे दिए हैं. ताकि कोई खतरनाक भवन या इमारत छूट गई हो, तो इसे कवर किया जा सके.
रिपोर्ट आने के बाद निगम लेगा सख्त एक्शन
मेयर ने कहा कि अधिकारियों के द्वारा दोबारा रिपोर्ट सबमिट किए जाने के बाद निगम सख्त एक्शन लेने जा रही है. जिसे आप जमीनी स्तर पर भी देखेंगे. साथ ही साथ अधिकारियों की तरफ से यदि कोई लापरवाही पाई गई, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी.
निगम जर्जर इमारतों के मालिकों को लगातार नोटिस भेज रही है और कह भी रही है कि अपनी इमारतों को रिपेयर करवाएं. यदि फिर भी जर्जर इमारत के मालिकों द्वारा इमारत को ठीक नहीं करवाया जाता, तो उसके खिलाफ कानूनी तौर पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
दोबारा सर्वे करने के निर्देश
जर्जर इमारतों के सर्वे के पर सवाल उठने के बाद निगम ने इंजीनियर को दोबारा सर्वे करने के निर्देश दे दिए हैं. साथ ही रिपोर्ट आ जाने के बाद निगम न सिर्फ सख्त एक्शन लेगी बल्कि अधिकारियों की लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई भी होगी. उन्होंने कहा कि निगम जल्द ही खतरनाक भवनों की मॉनिटरिंग को लेकर एक अलग विभाग भी गठित कर सकती है.