नई दिल्ली: आगामी 8 से 10 सितंबर के दौरान होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के सुरक्षित और सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में विशेष स्थानों पर त्वरित प्रतिक्रिया टीमों (क्यूआरटी), एंबुलेंस और उन्नत अग्निशमन यंत्र (जिसमें अग्निशमन रोबोट शामिल हैं) की तैनाती की जाएगी. उपराज्यपाल वीके सक्सेना जी-20 शिखर सम्मेलन से जुड़ी तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं.
LG के निर्देशानुसार, दिल्ली पुलिस ने आईजीआई हवाई अड्डे, 23 नामित होटल, आईटीपीओ, राजघाट और कार्यक्रम के दौरान वीवीआईपी द्वारा लिए जाने वाले मार्गों पर 450 से अधिक क्यूआरटी/पीसीआर वैन, 50 से अधिक एंबुलेंसऔर अग्निशमन मशीनरी की तैनाती के साथ व्यापक सुरक्षा योजनाएं बनाई हैं.
शिखर सम्मेलन स्थल आईटीपीओ में 11 क्यूआरटी, 24 एंबुलेंस और 3 फायर टेंडर तैनात किए जाएंगे. फायर टेंडरों के अलावा 2 अतिरिक्त इकाइयां (जिनमें एक स्काई लिफ्ट/हाइड्रोलिक प्लेटफार्म और एक अग्निशमन रोबोट शामिल) भी तैनात होंगी. ये सभी आयोजन की पूरी अवधि के दौरान आईटीपीओ में तैनात रहेंगे. इसी तरह आईजीआई एयरपोर्ट पर 10 क्यूआरटी, 4 एंबुलेंस और 4 फायर टेंडर तैनात रहेंगे.
यह भी पढ़ेंः G-20 Summit: शिखर सम्मेलन की तैयारियों के बहाने राजधानी की सड़कों व फुटपाथों का हो रहा सुंदरीकरण
इन स्थानों पर रहेगी विशेष नजरःजी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान विशेष अतिथियों के लिए आवाजाही के लिए उपयोग में आने वाले 61 मार्गों पर 402 क्यूआरटी/पीसीआर वैन तैनात की जाएंगी. जहां विदेशी प्रतिनिधि ठहरेंगे. ऐसे 23 होटलों में क्यूआरटी/पीसीआर वैन तैनात की जाएंगी. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कुल 7 आपदा प्रबंधन टीमें 7 रणनीतिक स्थानों तैनात रहेंगी. जबकि, 4 नामित होटलों, आईटीपीओ, राजघाट और आईएआरआई-पूसा पर तैनात रहेंगी. इन सभी स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए एनडीआरएफ टीमों के अलावा इन सभी 7 स्थानों पर क्यूआरआरटी, एंबुलेंस और अग्निशमन कर्मियों को भी तैनात किया जाएगा.
यह भी पढ़ेंः G 20 Summit: हुमायूं के मकबरे की बढ़ेगी खूबसूरती, विदेशी मेहमानों को और आकर्षित करेगा
राजधानी में तैनात रहेगी क्यूआरटीःजी-20 की समीक्षा बैठक के दौरान उपराज्यपाल ने शहर में भारी बारिश की स्थिति में आईटीपीओ, राजघाट और कुछ अन्य महत्वपूर्ण स्थलों के आसपास भारी जलभराव से निपटने के लिए एक आकस्मिक योजना बनाने का निर्देश दिया था. इसके अनुसार सुरक्षा, स्वास्थ्य आपातकाल और नागरिक निर्माण/पुनर्स्थापन कर्मियों और उपकरणों सहित त्वरित प्रतिक्रिया टीमों (क्यूआरटी) को पूरे शहर में तैनात किया गया है.