नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के मंडी हाउस के पास साहित्य अकादमी में ‘साहित्य मंच’ नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें बतौर आईपीएस अधिकारी मृत्युंजय सिंह ने अपनी कविताएं सुनाई. इसके अलावा पवन माथुर ने भी अपनी कविताएं प्रस्तुत की. कार्यक्रम के आरंभ में साहित्य अकादेमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने दोनों रचनाकारों का स्वागत किया.
सर्वप्रथम पवन माथुर ने अपनी कविताएं प्रस्तुत की. पवन माथुर सुप्रसिद्ध कवि गिरिजा कुमार माथुर के सुपुत्र हैं और उन्हें कविता और साहित्य की संवेदना विरासत में मिली है. उन्होंने अपनी चार कविताएं प्रस्तुत कीं, जिनमें इतिहास की यात्रा करते शब्द थे तो प्रेम की उत्कृष्ट परिभाषा ढूंढते हुए शब्द भी. लापता लोगों को ढूंढती संवेदनाएं थी तो किसी अपने बहुत करीबी के खो जाने की चिंता भी.