नई दिल्लीः नरेला इलाके में डेमोलेशन की कार्रवाई करने गए अधिकारियों को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा. दिल्ली के नरेला घोंडा रोड पर एसडीएम जब अवैध निर्माण पर कार्रवाई करने पहुंचे, तो लोग अपनी-अपनी छतों पर ईंट पत्थर लेकर खड़े हो गए. जिस वजह से एसडीएम और पूरे डेमोलेशन करने गए दस्ते को बेरंग ही वापस लौटना पड़ा.
अवैध निर्माण हटाने गए अधिकारियों पर फूटा लोगों का गुस्सा यहां लोगों ने रास्तों को बंद कर दिया और एसडीएम की कार को घेर लिया. लोगों का आरोप है कि जब अवैध तरीके से कॉलोनियां बसाई जाती है. उस वक्त अधिकारी कोई कार्रवाई क्यों नहीं करते और जब लोग अपने जीवन भर की गाढ़ी कमाई अपने लिए छोटा सा आशियाना खरीदने में लगा देते हैं, उसके बाद उनके सर से छत छीनने के लिए सरकारी अमला अमादा क्यों हो जाता है.
कृषि की जमीन पर हो रहा है अवैध निर्माण
बता दें कि नरेला, अलीपुर, बवाना, बख्तावरपुर जैसे कई इलाकों में तेजी से खेती की जमीन को नष्ट किया जा रहा है. इन इलाकों में तेजी से अवैध निर्माण हो रहा है. जिसपर जिला प्रशासन लागातार कार्रवाई कर रहा है. इस दौरान कई क्षेत्रों में लोगों ने विरोध भी किया. इसी बीच लोगों के भारी विरोध के चलते इलाके के घोड़ा रोड पर प्रशासन को कार्रवाई रोकनी पड़ गई.
लोगों ने मिलीभगत के आरोप लगाए
स्थानीय लोगोंं ने कहा कि अवैध निर्माण में जिला प्रशासन के अधिकारियों की भी मिलीभगत है. क्याेंकि निर्माण होने के बाद जब डीलर मकान को बेच देता है. उसके बाद प्रशासन डेमोलेशन करने जाता है. वहीं विरोध के बावजूद जिले के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई जारी है.