नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्रों की ऑनलाइन परीक्षा को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्रों के बीच तकरार शुरू हो गया है. वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ(डूसू) ने दिल्ली विश्वविद्यालय में वर्तमान अकादमिक परिस्थितियों और परीक्षा संबंधी चर्चा को लेकर ऑनलाइन बैठक की. जिसकी अध्यक्षता दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष अक्षित दहिया ने की. इसके अलावा इस संबंध में डूसू ने दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ और अलग-अलग छात्र संगठनों के साथ भी ऑनलाइन बैठक की.
छात्र हित में परीक्षा के विकल्प को लेकर आयोजित हुई जीबीएम
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष अक्षय दहिया की अध्यक्षता में आयोजित हुई जनरल बॉडी मीटिंग (जीबीएम) में कोरोना वायरस के चलते तत्कालीन परिस्थिति की चुनौतियों और परीक्षा के आयोजन को लेकर विस्तृत चर्चा की गई. इस दौरान वहां उपस्थित सभी लोगों से परीक्षा को लेकर उनके सुझाव मांगे गए. इसके अलावा इस बैठक में स्टूडेंट कमिटी फॉर रिकमेंडेशन ऑन एकेडमिक्स एंड एग्जामिनेशन की रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई. इस दौरान मुद्दा ये रहा कि अकादमिक और परीक्षा संबंधी विषय पर छात्रों के हित में सर्वोत्तम उपाय क्या अपनाया जा सकता है. जिससे उनके हितों को सुरक्षित रखा जाए.
परीक्षा के कई विकल्पों पर हुई चर्चा
वहीं परीक्षा आयोजित कराने के संबंध में हुई जनरल बॉडी मीटिंग में परीक्षा के कई विकल्पों पर चर्चा की गई. इसमें कैरी फॉरवर्ड स्कीम, इन हाउस एक्जाम के अलावा घर पहुंच चुके छात्रों तक पाठ्य सामग्री की पहुंच सुनिश्चित करने पर भी बात की गई. वहीं इन मुद्दों पर अंतिम निष्कर्ष निकलने पर विश्वविद्यालय प्रशासन और कुलपति को इन सब बातों को लेकर आने वाले दिनों में एक ज्ञापन दिया जाएगा.
परीक्षा का विकल्प व्यापक दृष्टिकोण से चुना जाना चाहिए: डूसू
वहीं इस बैठक में शामिल हुए छात्र प्रतिनिधियों ने ये सुझाव दिया है कि परीक्षा के लिए ऐसा विकल्प अपनाया जाना चाहिए, जिसमें सभी छात्रों का हित निहित हो. इसके अलावा उन्होंने अलग-अलग छात्र संगठनों की ओर से छात्रों के बीच गलत जानकारी फैलाए जाने की भी कड़ी निंदा की. उनका कहना है कि इस समय हालात को देखते हुए छात्रों के बीच सकारात्मक और रचनात्मक वातावरण बनाए रखने की पूरी कोशिश करनी चाहिए. साथ दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन को एक व्यापक दृष्टिकोण के साथ परीक्षा का विकल्प चुनना चाहिए.