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दिल्ली विद्यालय में टीचर ने किया अंब्रेला प्रोटेस्ट, स्थायी करने की मांग की

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Published : Dec 15, 2019, 5:16 PM IST

दिल्ली यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस में आज सैंकड़ो की संख्या में टीचरों ने हाथों में छाता लिया अनोखा प्रदर्शन किया. टीचरों की मांग थी की जितने भी स्थायी टीचर्स को निकाला गया हैं उन्हें नौकरी पर वापस रखा जाए और परमानेंट किया जाए.

DU teachers demonstrated for umbrellas in hand, demand is permanent teacher
DU टिचरों का अंब्रेला प्रोटेस्ट

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय(DU) के नॉर्थ कैंपस में आज सैकड़ों टीचर ने एक अनोखा प्रदर्शन किया. टीचरों ने हाथों में छाता ले रखा था जिसमें लिखा था 'वैल्यू टिचर्स, सेव डियू'. टीचरों ने नारेबाजी करते हुए मांग रखी की जितने भी स्थायी टीचर्स को नौकरी से निकाला गया है उन्हें नौकरी पर वापस रखा जाए.

डियू टिचरों ने किया छाता लेकर प्रोटेस्ट

संविदापर जो टीचर्स हैं उन्हें परमानेंट किया जाए
टीचरों ने मांग रखी कि सभी संविदा टीचर्स को परमानेंट किया जाए . इसी मांग को लेकर आज सैकड़ों टीचर्स ने डीयू के नॉर्थ कैंपस में अंब्रेला प्रोटेस्ट करते हुए जमकर नारेबाजी की.

4 दिसंबर से चल रहा है प्रदर्शन
चार दिसंबर से दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ केंपस पर प्रोटेस्ट कर रहे सैकड़ों टीचरों ने अब एक अलग ही रुख ले लिया हैं. आज इन टीचर्स के द्वारा एक अनोखा प्रोटेस्ट दिल्ली विश्वविद्यालय में किया गया. अपनी उन्हीं मांगों को लेकर टीचर्स अंब्रेला प्रोटेस्ट पर उतर आए और वाइस चांसलर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने आरोप लगाया कि बिना नोटिस के अचानक सैकड़ो टीचर को निकालने का तूगलकी फरमान जारी कर दिया गया है.

4 दिसंबर से वाइस चांसलर नहीं ले रहा कोई सुध
सैकड़ों टीचरों की नौकरी तो गई साथ ही उनके परिवार को चलाने का साधन भी चला गया. आखिरकार मजबूर होकर ये टीचर एकजुट हुए और दिल्ली विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे हैं. उनका कहना है कि एडोब टीचर्स और परमानेंट टीचर्स दोनों के लिए एक ही क्वालिफिकेशन चाहिए होता है तो फिर इन लोगों को अब तक पक्का क्यों नहीं किया गया. और अब इनसे इनकी आजीविका भी छीनी जा रही है जिसका ये विरोध कर रहे हैं. प्रोटेस्ट कर रहे टीचर्स के मुताबिक 4 दिसंबर से वे इसी तरीके से सुबह-शाम सर्दी में खुले आसमान के नीचे बैठे हुए हैं लेकिन विसी द्वारा अभी तक इनसे किसी भी तरीके की बात तक करने कोई नहीं आया.

दिल्ली प्रशासन पर कोई असर नहीं पड़ा
पिछले 4 दिसंबर से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन पर बैठे हुए इन टीचर्स के प्रोटेस्ट का दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन पर कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा है और अब अंब्रेला प्रोटेस्ट कर इन लोगों ने नारेबाजी करी जोकि पाकी प्रोटेस्ट से अलग था अब देखना होगा इस तरीके के रुख का दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन पर कोई फर्क पड़ता है या नहीं.

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