नई दिल्ली: परीक्षा में कम अंक आने पर बिहार से एक नाबालिग बच्चा भागकर दिल्ली आ गया. वो झंडेवालान में सड़क किनारे बैठ कर रो रहा था, तभी उस पर गश्त कर रहे पीसीआर कर्मचारियों की नजर पड़ गई. पुलिस ने इस बच्चे को पहले खाना खिलाया और फिर उससे बातचीत में पूरी सच्चाई जानी.
पुलिस ने बच्चे को परिवार से मिलवाया इसके बाद उसके परिवार से संपर्क कर उसे दिल्ली में मौजूद लोकल गार्जियन को सौंप दिया. वहीं एक अन्य मामले में पीसीआर ने एक झपटमार को मौके से पकड़ा है.
डीसीपी शरत सिन्हा के अनुसार प्रखर वैन में तैनात हवलदार सुनील, सिपाही मातादीन और आकाश देर रात गश्त कर रहे थे. उन्होंने झंडेवालान मंदिर के समीप कालका दास चौक पर एक नाबालिग को परेशान हालत में देखा.
वो सड़क किनारे बैठकर रो रहा था. उन्होंने जब उससे पूछताछ की तो पता चला कि उसकी उम्र 13 साल है. वो बिहार के भागलपुर का रहने वाला है.
बिहार से भागकर आया था दिल्ली
बातचीत के दौरान उसने बताया की परीक्षा में कम अंक आने की वजह से पिता उससे नाराज थे. इसलिए वह घर छोड़कर दिल्ली भाग आया. उन्होंने लोकल पुलिस को इसके बारे में जानकारी दी. इसके साथ ही बच्चे से लिए गए नंबर से उसके परिजनों को भी संपर्क किया.
उन्होंने बताया कि उनका एक रिश्तेदार बच्चे की कस्टडी लेने के लिए पहुंचेगा. कुछ देर बाद वह शख्स देश बंधु गुप्ता रोड थाने में पहुंचा, जहां सभी कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद इस बच्चे को उसे सौंप दिया गया.
झपटमार पकड़ में आया
डीसीपी शरत सिन्हा के अनुसार शाम के समय पीसीआर में तैनात हवलदार सतीश, सिपाही अनीस और अशोक को एक कॉल मिली. पीड़ित ने बताया कि नजफगढ़ में उससे रुपये छीने गए हैं. पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. पीड़ित ने पुलिस को बताया कि सामने दिख रहा शख्स उसके रुपये छीन कर भागा है.
पुलिस टीम ने तुरंत पीछा कर उसे पकड़ लिया. उसकी पहचान बाबा हरिदास नगर निवासी विकास के रूप में की गई है. उसे लोकल पुलिस के हवाले कर दिया गया. आरोपी विकास के खिलाफ पहले भी तीन मामले दर्ज हैं.