नई दिल्लीः दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के बाहर 125 दिन से धरना दे रहीं एक कॉलेज की प्रोफेसर ऋतु सिंह ने दिल्ली पुलिस पर जबरन धरने से हटाने का आरोप लगाया है. उन्होंने एक्स पर अपना वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि हमारी प्रोटेस्ट साइट से बाबा साबह की फोटो पुलिस ने फाड़ के फेंक दी. उन्होंने देखा कि मैं फ्रेश होने गई हूं उन्होंने सारा सामान उठाकर फेंक दिया और हमारे धरने को खत्म कर दिया.
उन्होंने कहा कि पुलिस डीयू प्रशासन के साथ मिली हुई है. यह धरने को जबरन खत्म करने की कोशिश है. धरना खत्म कराने का यह तरीका होता है कि अंदर से डीयू कुलपति और डीन आते हैं और जूस पिलाकर हमारा धरना खत्म कराते हैं. धरना हमेशा मान सम्मान के साथ खत्म कराया जाता है. सिंह ने दिल्ली और बाहर के लोगों से जबरन धरना खत्म कराने के विरोध में धरना स्थल पर पहुंचने की भी अपील अपने वीडियो में की है.
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उन्होंने अपने साथ दलित होने के चलते यह बर्ताव करने का भी आरोप लगाया है. प्रोफेसर ऋतु के वीडियो को ट्राइबल आर्मी के संस्थापक हंसराज मीणा ने शेयर करते हुए लिखा है कि डीयू में बीते 125 दिन से धरने पर बैठी दलित प्रोफेसर डॉ. ऋतु सिंह को न्याय देने के बजाय आंदोलन स्थल से जबरन हटाके लिए दिल्ली पुलिस द्वारा धरना स्थल को तहस नहस करना कायराना हरकत है. अंबेडकर साहब की तस्वीर को भी नुकसान पहुंचाने का आरोप है, जो निंदनीय कृत्य है.
ट्राइबल आर्मी के एक्स हैंडल से भी एक अन्य वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें दिल्ली पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बल के जवान ऋतु को धरना स्थल से जबरन हटाते दिख रहे हैं. वीडियो शेयर करके लिखा गया है कि डीयू की दलित प्रोफेसर ऋतु सिंह के साथ पहले विश्वविद्यालय की प्रिंसिपल सविता राय द्वारा भेदभाव किया गया. इस अन्याय के खिलाफ वह चार माह से कैंपस के बाहर न्याय के लिए धरना दे रही थी. अब पुलिस ने उन्हें बिना न्याय मिले ही धरना स्थल से उठाकर डिटेन कर लिया है. शर्मानाक.
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