नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली के भलस्वा डेरी इलाके में दो वारदातों को अंजाम देकर फरार चल रहे पांच बदमाशों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. इनमें से तीन आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट अदालत ने जारी किया था. पुलिस से बचने के लिए वह रोहिणी सेक्टर-9 में छिपे हुए थे. पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से दो वारदातों को सुलझाने का दावा किया है.
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने रोहिणी से 5 बदमाशों को गिरफ्तार किया डीसीपी राजेश देव के अनुसार स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट को सूचना मिली थी कि हत्या का प्रयास, सिर पर चोट पहुंचाने और आर्म्स एक्ट के मामले में शामिल कुछ बदमाश लगातार छिपकर रह रहे हैं. उन्होंने रोहिणी सेक्टर-9 स्थित राजापुर गांव में शरण ले रखी है. इस जानकारी को लेकर क्राइम ब्रांच की टीम ने काम किया और वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. सूचना पर एसीपी संदीप लांबा की देखरेख में इंस्पेक्टर पंकज अरोड़ा की टीम मौके पर पहुंची और वहां मुखबिरों को इनकी तलाश में लगाया गया. पकड़े गए पांचो शातिर बदमाश
मुखबिरों ने पुलिस टीम को इसकी जानकारी दी कि कहां बदमाश छुपे हुए हैं. इस सूचना पर पुलिस टीम ने छापा मारा और यहां से 5 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया. इनकी पहचान यशपाल उर्फ योगेश, अश्वनी उर्फ गोली, राजा सिसोदिया, वीर सिंह राजपूत और पवन के रूप में की गई है. पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से 2 वारदातों को सुलझाने का दावा किया है. पुलिस के अनुसार बीते 7 जुलाई को आईपीसी की धारा 308 के तहत भलस्वा डेरी थाने में मामला दर्ज किया गया था. इस शिकायत में पीड़ित ने बताया था कि वर्चस्व को लेकर उसके ऊपर इन बदमाशों ने लाठी-डंडों से हमला किया था.
रुपये नहीं लौटाने पर गोली मारी थी
दूसरी वारदात 30 जनवरी 2020 को हुई थी जिसमें हत्या प्रयास और आर्म्स एक्ट का मामला भलस्वा डेरी थाना में दर्ज हुआ था. इसमें पीड़ित ने शिकायत की थी कि उसने कारोबार में घाटा होने पर 40 हजार रुपये ब्याज पर अशोक से लिए थे. यह रकम वह नहीं लौटा पा रहा था. बीते 30 जनवरी को चार लोग दो बाइक पर उसका रास्ता रोकने लगे. इनमें से एक यशपाल था. उसने बाइक से उतर कर उससे रुपये मांगे और विरोध करने पर बिट्टू ने उस पर गोली चला दी. उसके पैर में गोली लगी थी. इसके बाद बदमाश वहां से फरार हो गए थे. इस मामले में अशोक को गिरफ्तार कर लिया गया था जो न्यायिक हिरासत में है. वहीं यशपाल सहित तीन अन्य आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी थे.