नई दिल्ली: महामारी की शक्ल ले चुके कोरोना वायरस जैसी खतरनाक बीमारी को देखते हुए पूरे देश भर में लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. जो बदस्तूर जारी है, लेकिन उसके बावजूद भी कोरोना जैसी खतरनाक बीमारी को लेकर स्थिति काबू में आती नजर नहीं आ रही है. साथ ही लॉकडाउन की वजह से गरीब और बेसहारा लोग काफी मुश्किल से इन दिनों अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं.
सरकार की सुविधाओं पर जनता की राय लोगों को टोकन के बाद भी नहीं मिला राशन
लॉकडाउन के समय में दिल्ली सरकार की ओर से दी जारी तमाम सुविधाएं गरीब और बेसहारा लोगों तक नहीं पहुंच रही. इतना ही नहीं सरकारी स्कूलों में मिल रहे खाने की क्वालिटी से भी लोग नाखुश है. लोगों का कहना है कि दो घंटे लाइन में लगने के बाद खाना मिलता है. साथ ही गरीब और बेसहारा लोगों को राशन भी नहीं मिल रहा है. मादीपुर विधानसभा में कुछ लोगों ने बताया कि स्थानीय विधायक के पास आधार कार्ड जमा कराने के बावजूद राशन का टोकन नहीं मिला.
लॉकडाउन से परेशान गरीब और बेसहारा जनता
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कुछ गरीब व बेसहारा लोगों ने बताया कि इन दिनों उन्हें खाना भी बड़ी मुश्किल से मिल रहा है.दिल्ली सरकार जो खाना अपने स्कूलों में वितरित कर रही है उस खाने की क्वालिटी अच्छी नहीं है. ज्यादातर लोगों ने खाने को लेकर बातचीत के दौरान शिकायत की.
नहीं मिला राशन, खाने की क्वालिटी पर भी सवाल
दिल्ली सरकार के द्वारा लॉकडाउन के पीरियड के दौरान लगातार दिल्ली सरकार के स्कूलों में गरीब और बेसहारा लोगों को भोजन मुहैया कराया जा रहा है. लेकिन इसी बीच लोगों की तरफ से दिल्ली सरकार की ओर से मुहैया कराए जा रहे खाने को लेकर कुछ शिकायतें भी मिल रही है. दरअसल लोगों का कहना है कि जो खाना मुहैया कराया जा रहा है. उसकी खाने की क्वालिटी अच्छी नहीं है. लोगों का ये भी कहना है कि दिल्ली सरकार की ओर से जो कहा जा रहा है कि राशन लोगों के घर पहुंचाया जाएगा और रजिस्टर्ड मजदूरों को भी कुछ आर्थिक सहायता अकाउंट में सीधे दिल्ली सरकार द्वारा मुहैया कराई जाएगी. वो सुविधाएं अभी तक गरीब और बेसहारा लोगों को नहीं मिली है.