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बुराड़ी विधानसभा: उत्तराखंड समाज के 1000 लोगों ने थामा AAP का दामन

बुराड़ी विधानसभा की उत्तराखंड कॉलोनी में रहने वाले पहाड़ी समाज के लोग आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. बुराड़ी इलाके में उत्तराखंड समाज के लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है.

Uttarakhand society
उत्तराखंड समाज

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Published : Jan 27, 2020, 8:46 AM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां उनके समर्थक और कार्यकर्ताओं में काफी उथल पुथल चल रही है. पार्टी के नाराज नेता, कार्यकर्ता और समर्थक अपनी अपनी पार्टियों से नाराज होकर 'आप' पार्टी का कुनबा बढ़ाने में लगे हुए है.

उत्तराखंड समाज के लोग AAP से जुड़े

उत्तराखंडी समाज हुआ AAP में शामिल
राजनीतिक उथल-पुथल के चलते आम आदमी पार्टी का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है. बुराड़ी विधानसभा की उत्तराखंड कॉलोनी में रहने वाले पहाड़ी समाज के लोग आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. बुराड़ी इलाके में उत्तराखंड समाज के लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है. आम आदमी पार्टी की नीतियों से प्रभावित होकर करीब एक हजार लोगों ने AAP का दामन थामा है.

साल 2015 से जारी थी कोशिश
बुराड़ी विधानसभा में आम आदमी पार्टी के फाउंडर मेंबरों का कहना है कि उत्तराखंड समाज के लोगों को आम आदमी पार्टी में शामिल करने के लिए साल 2015 से कोशिश जारी थी. लेकिन यह बीजेपी का बहुत बड़ा वोट बैंक था लेकिन भाजपा की नीतियों से नाराज होकर इन लोगों ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा है. अब आम आदमी पार्टी के लिए बुराड़ी विधानसभा में वोट करेंगे, जिसका फायदा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को मिलेगा ।

साल 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को जिताने में उत्तराखंडी समाज के लोगों का बहुत बड़ा योगदान था. बुराड़ी विधानसभा में उत्तराखंड समाज के लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है । पहाड़ी समाज सदा से ही भाजपा का वोटर रहा है. उसके बाद निगम चुनाव में भी भाजपा को जिताने में उत्तराखंड समाज के लोगों की अहम भूमिका रही है.

लोगों का कहना है कि उत्तराखंड समाज के लिए भाजपा और कांग्रेस ने कोई बड़ा काम नहीं किया. जिससे नाराज होकर लोगों ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा और पूर्व बुराड़ी विधायक संजीव झा ने उत्तराखंड समाज के लोगों के लिए वो काम किए जो पिछली सरकारें करने में नाकाम रही. दूसरी पार्टियां केवल उन्हें अपना वोट बैंक मानकर उनसे अपना काम कराती रही.

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