नई दिल्लीः दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने पूछा है कि दिल्ली सरकार की मुवावजा देने की आखिरकार पॉलिसी क्या है और यदि नहीं है, तो क्या इसे बनाया नहीं जाना चाहिए. सरकार जो मुवावजा देती है, उसकी गाइडलाइंस होनी चाहिए और उन गाइडलाइंस के हिसाब से जो हकदार है, उन्हें वो मुआवजा मिलना चाहिए.
विजय गोयल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल को लिखा पत्र उन्होंने कहा कि पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमत्री अरविंद केजरीवाल ने कोविड से मरने वाले कोरोना योद्धाओं में एक अध्यापक शिवजी मिश्रा, डॉक्टर अनस मुजाहिद और प्राइमरी अध्यापक नितिन तंवर को एक-एक करोड़ का मुवावजा दिया. जिनकी घोषणा तीन अलग-अलग दिन की गई. यह घोषणा इक्कट्ठी एक दिन एक साथ हो सकती थी. उन्होंने कहा कि कोरोना योद्धाओं को कंपनसेशन चाहिए खैरात नहीं.
मुआवजे में देरी की बात कही
बीजेपी नेता ने कहा कि तीनों लोगो में से एक की मृत्यु जून 2020 में, तो दूसरे की दिसंबर 2020 में हुई. उनके मुआवजे को अब देरी से देने के क्या कारण है. क्या दिल्ली सरकार अब सभी डॉक्टर और सभी अध्यापक को मुआवजा देगी और भेद-भाव नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि कोरोना योद्धा के रूप में जो भी सरकारी या गैर सरकारी लोग हैं उनके लिए दिल्ली सरकार ने क्या योजना बनाई है.
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विजय गोयल ने कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अनुसार 73 डॉक्टर्स की कोविड से ड्यूटी के दौरान मृत्यु हुई है. तीनों नगर निगम में काम से कम 100 कोरोना योद्धाओं की मृत्यु हुई. इनका मुआवजा कब और कितना मिलेगा. बीजेपी नेता ने कहा कि दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य सेवाएं लचर होने के कारण प्राइवेट हॉस्पिटलों में सरकारी और गैर सरकारी कर्मचारियों का जो मोटा बिल आया है, उसका जिम्मेदार कौन है.