नई दिल्लीःआज सावन का पहला सोमवार है. ऐसे में देशभर के शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ देखी जा रही है. बारिश के बीच भी श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए मंदिरों में पहुंच रहे हैं. मंदिरों में बम-बम भोले की गूंज सुनाई दे रही है. वहीं, पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक स्थित प्रसिद्ध श्री गौरी शंकर मंदिर में सुबह से भक्तों की भीड़ देखी जा रही है. पुरुष, महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सभी भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतार लगी हुई है. लोगों में जलाभिषेक के लिए गजब का उत्साह देखा जा रहा है.
अगर इस मंदिर की विशेषता की बात करें तो यहां पर शिवलिंग भूरे रंग का है. भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग के चारों ओर चांदी के सर्प का घेरा है. मंदिर में भोले बाबा के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश भर से यहां पर आते हैं. श्री गौरी शंकर मंदिर में भगवान शिव के साथ माता पार्वती और उनके पुत्र गणेश और कार्तिकेय विराजित हैं. इन मूर्तियों को सोने के आभूषणों से सुसज्जित किया गया है. जानकारों की मानें तो पांडवों के द्वारा भी इस मंदिर में पूजा की जाती रही है. इस मंदिर में भगवान शिव का अर्धनारीश्वर स्वरूप भी देखने को मिलता है. मान्यता है कि 5 पीपल के पेड़ के मध्य विराजे भगवान भोलेनाथ भक्तों की मुराद पूरी करते हैं.
श्रद्धलुओं की मनोकामना होती है पूरीः इस मंदिर का इतिहास लगभग 800 साल पुराना है. यहां भगवान शिव के अर्धनारीश्वर रूप का अलौकिक दर्शन होता है. मान्यता है कि इस मंदिर में मन्नत मांगने वाले सभी श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण होती है. पांडवों के द्वारा यहां पर प्राचीन काल में पूजा की जाती रही है. श्री गौरी शंकर मंदिर में आस्था का अपार संगम आपको हर बार देखने को मिल जाएगी. यहां भक्तों की लंबी-लंबी कतारें भगवान भोले बाबा के दर्शन के लिए हर समय लगी रहती है. लेकिन सावन के महीने में विशेष तौर पर भगवान शिव शंकर की आरती और पूजा अर्चना का विशेष आयोजन इस मंदिर में किया जाता है. साथ ही भजन संध्या का आयोजन भी होता है. श्री गौरी शंकर मंदिर देश की आजादी के सुनहरे पलों का भी गवाह रहा है.