नई दिल्ली: दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में 15 जून को कोचिंग सेंटर में लगी आग के बाद प्रशासन हरकत में है. प्रशासन ने मुखर्जी नगर इलाके में बने कोचिंग सेंटर के बाहर लगे बोर्ड हटाने की कवायद शुरू कर दी है. साथ ही प्रशासन बोर्ड हटाने के अलावा बिल्डिंगों पर लगे लोहे के पैनल व फ्रेम को भी हटा रहा है, ताकि दोबारा से उन पर बोर्ड ना लगाए जा सके. स्थानीय लोग भी प्रशासन के इस कार्यवाही को सही बता रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि इलाके में जर्जर और बिना फायर सेफ्टी उपकरण वाले कोचिंग सेंटर संचालक पर कार्यवाही भी हो.
15 जून को कोचिंग सेंटर में लगी थी आग:मुखर्जी नगर इलाके में बीते 15 जून को कोचिंग सेंटर में अचानक से बिजली के मीटर में हुए शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी थी, जिससे पूरे बिल्डिंग में धुआं फैल गया. कोचिंग सेंटर में पढ़ रहे छात्र रस्सी के सारे लटककर और बिल्डिंग से बाहर कूद कर अपनी जान जान बचाई. पहले भी दिल्ली के कई कोचिंग सेंटर में आगजनी की घटना सामने आ चुकी है. प्रशासन महज खानापूर्ति करते हुए उन पर कार्रवाई का आदेश करता है, लेकिन उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं होती.
दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए बहुत बड़े स्तर पर कोचिंग सेंटर चलाए जाते हैं. ज्यादातर कोचिंग सेंटर के बिल्डिंग पुरानी ओर जर्जर है. उनमें बाहर से अंदर रोशनी जाने का कोई साधन नहीं है और न ही उनमें हवा आरपार हो सकती है, जिस वजह से आगजनी की घटना के बाद कोई बड़ा हिस्सा होने का अंदेशा होता है. गनीमत रही कि इस हादसे में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ.