नई दिल्ली: दिल्ली के चंद्रवाल और वजीराबाद जल शोधन संयंत्र के संचालन पर रोक लगा दी गई है. दिल्ली जल बोर्ड के प्रमुख सीएम केजरीवाल ने जानकारी दी है कि हरियाणा के पानीपत में यमुना नदी में औद्योगिक कचरे को फेंकने के कारण पानी में अमोनिया की मात्रा बढ़ गई है. पानी में अमोनिया की मात्रा बढ़ जाने से वजीराबाद और चंद्रावल में पानी संयंत्र के संचालन को रोकना पड़ा.
जल शोधन संयंत्र के संचालन पर रोक बढ़ सकती है परेशानी
संचालन रोकने के बाद सेंट्रल और उत्तरी दिल्ली के कई हिस्सों में पानी की समस्या पैदा हो सकती है. सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि वह स्थिति पर खुद करीब से नजर बनाए हुए हैं और उन्होंने दिल्ली जल बोर्ड को सुनिश्चित करने को कहा है कि किसी भी इलाके में पानी की कमी ना हो भले ही इसके लिए अन्य जगहों से पानी भेजना पड़े.
इन इलाकों में हो सकती है पानी की कमी
दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक पानी में अमोनिया की मात्रा बढ़ने के बाद चंद्रपाल संयंत्र की पंपिंग की क्षमता 25 फ़ीसदी तक घटा दी गई है. जिसके बाद सिविल लाइंस, करोल बाग, पहाड़गंज, पटेल नगर, शादीपुर, तिमारपुर, मलका गंज, आजाद मार्केट, राजेंद्र नगर, एनडीएमसी क्षेत्र, रामलीला मैदान, दिल्ली गेट, सुभाष पार्क, दरियागंज, गुलाबी बाग, जहांगीर पुरी, एपीएमसी, केवल पार्क, समेत आसपास के इलाकों में जलापूर्ति प्रभावित हो सकती है.
हालांकि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जल्द ही इस समस्या को दूर कर लिया जाएगा. वहीं हरियाणा सरकार ने आश्वासन दिया है कि उनकी तरफ से पानी छोड़ा जाएगा जिससे कि पानी में अमोनिया की मात्रा कम हो सके और पानी साफ हो सके.