नई दिल्ली: दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट भारत के पहले ऐसे एयरपोर्ट में तब्दील होने जा रहा है, जहां आने वाले यात्रियों के लिए पहला मल्टी-मॉडल इंटरेस्ट ट्रांसपोर्ट सेंटर बनाया जा रहा है. इस एयरपोर्ट पर पहुंचने वाले हवाई यात्रियों के लिए एक ही जगह हर तरह की परिवहन सुविधा उपलब्ध होगी. उनको अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने के लिए रेल और बस दोनों ही तरह की ट्रांसपोर्ट सुविधा मिलेगी. यह मल्टी-मॉडल इंटर स्टेट ट्रांसपोर्ट सेंटर एयरपोर्ट के एयरोसिटी के पास तैयार किया जा रहा है.
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार ने बताया कि एयरपोर्ट सेंटर से इंटरस्टेट बस टर्मिनल (आईएसबीटी) तक और रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) से रेलवे स्टेशन तक जाने और वहां से आने की सुविधा हवाई यात्रियों के लिए उपलब्ध होगी. एयरपोर्ट के पास स्थित एयरोसिटी में बनने जा रहा यह हब जल्द इंटरस्टेट बस टर्मिनल (आईएसबीटी) से अच्छी तरह जुड़ा होगा. यहां एक साथ लगभग 50 बसों को संभालने की भी कैपिसिटी होगी. इसकी व्यापक लेवल पर तैयारी शुरू कर दी गई है.
एयरोसिटी के पास ऑटोमेटेड पैसेंजर मूवर (एपीएम) के लिए स्टेशन डेवलप किया जा रहा है, जहां दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) की 4 लाइन, प्रस्तावित यात्री परिवहन केंद्र (पीटीसी) और प्रस्तावित रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) की सुविधा भी उपलब्ध होगी. इससे आईजीआई एयरपोर्ट सीधे रेलवे स्टेशन से पूरी तरह से जुड़ जाएगा.