नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में लगातार हो रहे निर्माण कार्यों के बावजूद हरित क्षेत्र में बढ़ोतरी हो रही है. यह दिल्ली के पर्यावरण में हो रहे सुधार के प्रति एक नई उम्मीद जताता है. दिल्ली सरकार के वन विभाग के अनुसार, दिल्ली में कुल रिकॉर्ड फॉरेस्ट 85 वर्ग किलोमीटर है. यह दिल्ली के जियोग्राफिकल एरिया का 5.73% है. दिल्ली की हरियाली में रिज फॉरेस्ट का भी अहम योगदान है. राजधानी में कुल 7777 हेक्टेयर रिज फॉरेस्ट है.
इसके अलावा पूरी दिल्ली में 26 प्रोटेक्टेड फॉरेस्ट हैं. इनमें मित्राऊं, सुल्तानपुर, राजोकरी, जहांपनाह सिटी फॉरेस्ट, डिस्ट्रिक्ट पार्क वसंत विहार आदि शामिल हैं. इन प्रोटेक्टेड फॉरेस्ट में लोग घूम सकते हैं और यहां की प्राकृतिक छटा को करीब से महसूस कर सकते हैं. इंडिया स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट 2015 के अनुसार राजधानी दिल्ली में टोटल फॉरेस्ट एंड ट्री कवर 20.22 प्रतिशत है जबकि वर्ष 1993 यह मात्र 1.48% था. रिपोर्ट बताती है कि राजधानी दिल्ली में हरियाली बढ़ रही है. जाहिर है आम लोगों के लिए फायदेमंद है.
बायोडायवर्सिटी पार्कों से बढ़ी हरियाली की उम्मीद
राजधानी के बायोडायवर्सिटी पार्कों व कुछ पब्लिक पार्कों में चल रही परियोजनाओं से स्वच्छ हवा और पर्यावरण की उम्मीद जगती है. वसंत विहार स्थित अरावली बायोडायवर्सिटी पार्क, नेब सराय स्थित तिलपथ वैली बायाेडायवर्सिटी पार्क और वसंत कुंज स्थित नीला हौज बायाेडायवर्सिटी पार्कों में देशज पेड़-पौधे लगाए जा रहे हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंटर फार एनवायरमेंटल मैनेजमेंट आफ डीग्रेटेड ईकोसिस्टम (सीईएमडीई) के हेड प्रो. सीआर बाबू के नेतृत्व में ये सभी प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं. वहीं, ग्रेटर कैलाश में 435 एकड़ में फैले डीडीए के जहांपनाह सिटी फारेस्ट में देशज पेड़ लगाकर पार्क विकसित किए गए हैं जहां रोजाना हजारों लोग घूमने आते हैं.