नई दिल्ली:हर साल 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है. कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए इस दिन को वर्ल्ड कैंसर डे के रूप में मनाते हैं. वहीं डॉक्टर्स का कहना है कि मौजूदा समय में भले ही हम वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहे हैं, लेकिन कैंसर कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक है.
रोजमर्रा के जीवन में बदलाव की बेहद आवश्यकता
वर्ल्ड कैंसर डे के मौके पर कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. वरुण कुमार अग्रवाल ने कैंसर से बचाव और अपने रोजमर्रा के जीवन में कुछ ऐसी आदतों को लेकर जानकारी दी, जिससे कि हम इस गंभीर बीमारी से दूर रह सकते हैं. डॉक्टर अग्रवाल ने बताया दुनिया भर में 1 साल के भीतर कोविड-19 का भयावह रूप देखने को मिला. करोड़ों लोग इससे संक्रमित हुए, लाखों लोगों की जान चली गई अपने देश में ही अगर बात करें तो कोरोना वायरस से करीब 1 लोग संक्रमित हुए और करीब डेढ़ लाख लोगों ने इसकी चपेट में आकर अपनी जान गंवा दी.
हर 4 मिनट में ब्रेस्ट कैंसर से जाती है एक महिला की जान
इस कोरोना काल के साल 2020 में यदि हम कैंसर की गंभीरता को लेकर बात करें, तो साल 2020 में करीब 17.5 लाख लोग इसकी चपेट में आए और करीब 8.5 लाख लोगों कि इससे जान चली गई. डॉ अग्रवाल ने आंकड़ों पर गौर करते हुए बताया कि हर 4 मिनट में भारत में ब्रेस्ट कैंसर से एक महिला जान गवा देती है, वहीं हर एक 8 मिनट में सर्वाइकल कैंसर से व्यक्ति की जान जाती है, इन आंकड़ों से यह पता चलता है कि कैंसर कितनी गंभीर बीमारी है, ऐसे में इसको लेकर जागरूकता की अभी भी कमी है इसीलिए यह आंकड़े साल दर साल बढ़ते हैं.