नई दिल्ली:इस दौरान फाउंडेशन की तरफ से महिला उत्पीड़न के अलग-अलग पहलुओं पर प्रकाश डाला गया. कार्यस्थल की अवधारणा क्या होती है? किस तरीके से महिलाएं वहां असुरक्षित महसूस करती हैं? और इन गतिविधियों का किस तरीके से वह जवाब दे सकती हैं. साथ ही इन गतिविधियों को लेकर किस प्रकार रिपोर्टिंग की जा सकती है आदि पहलुओं पर चर्चा की गई.
कार्यस्थल में यौन उत्पीड़न पर कार्यशाला आयोजित, कई पहलुओं पर चर्चा - डेल्हीडीसीपीसीआर महिला सुरक्षा यौन उत्पीड़न अपडेट समाचार
दिल्ली बाल संरक्षण अधिकार आयोग (DCPCR) में कार्यस्थल पर महिलाओं के प्रति यौन उत्पीड़न के विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. मार्था फॉरेल फाउंडेशन की तरफ से यह एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई. जिसमें डीसीपीसीआर में काम करने वाले वाले सभी स्टाफ, मेंबर और अध्यक्ष अनुराग कुंडू मौजूद रहे.
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एक दिवसीय कार्यशाला
एक दिवसीय कार्यशाला
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हम सभी जानते हैं कि आज देश की महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी भागीदारी दर्ज करवा रही हैं. बावजूद इनके महिलाओं के प्रति होते अपराध यौन उत्पीड़न आदि की घटनाओं में बढ़ोतरी देखने को मिलती है. ऐसे में देखा जाता है कि जागरूकता की कमी है. इसीलिए महिलाओं को सचेत होकर शिकायत करके अपनी आवाज बुलंद करने की आवश्यकता है.