नई दिल्ली:अक्सर आपने सुहागिन महिलाओं के हाथों में रंग बिरंगी चूड़ियां देखी होगी, लेकिन उनके हाथों में लाख की चूड़ियां विशेष तौर पर होती हैं. इसके पीछे कई मान्यता और कहानियां प्रचलित हैं. बहरहाल, आज हम आपको झारखंड के इन महिला कलाकार से रूबरू कराने जा रहे हैं, जो अपनी प्रदेश की इस पुरानी कला को आज भी जीवित रखते हुए महिलाओं के लिए लाख की चूड़ियां बना रही हैं. खास बात है कि 5 मिनट के भीतर लाख की एक चूड़ी तैयार की जा रही है.
यदि आप महिला हैं और लाख की चूड़ी पहनना और खरीदना चाहती हैं तो आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है. बस आपको कुछ समय निकालकर आदि महोत्सव में आना है. पीएम मोदी ने गुरुवार को दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में 16 फरवरी से 27 फरवरी तक चलने वाले इस आदि महोत्सव का शुभांरभ किया. इसके बाद से आम लोगों के लिए महोत्सव शुरू हो गया है. यहां आने के लिए प्रवेश निशुल्क है.
लाख की चूड़ियां कैसे तैयार होती है जानिएःईटीवी भारत से बातचीत के दौरान झारखंड रांची के खुटी से आई निर्मला खाल खो ने बताया कि लाख की चूड़ियां बनाने का काम वह अपने प्रदेश में करती हैं. उनके साथ दो अन्य महिलाएं भी इस आदि महोत्सव में लाख की चूड़ियां लेकर आई हैं. उन्होंने बताया कि छठ पूजा, दीवाली और अन्य बड़े हिंदू त्योहार के दिन महिलाएं खास तौर पर लाख की चूड़ियां पहनती हैं.
उन्होंने कहा कि ऐसी मान्यता है कि सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए लाख की चूड़ियां धारण करती हैं. हम अपने प्रदेश की इस पारंपरिक कला को जीवित और लोगों तक इसे पहुंचाने के लिए कई रंग बिरंगी लाख की चूड़ियां लेकर आई हैं. इस दौरान गर्म कोयले पर चूड़ी को पकाया गया और इसके बाद पॉलिश भी किया गया. उन्होंने लाख की चूड़ी बनाने की प्रक्रिया बताई.