नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को दिल्ली विधानसभा की अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के कल्याण संबंधी समिति के अध्यक्ष विशेष रवि ने एक पत्र लिखा है. इस पत्र के माध्यम से उन्होंने दिल्ली पुलिस में सीधी भर्ती और प्रमोशन के माध्यम से अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति समुदायों के लिए 2078 रिक्त पद के बैकलॉग को भरने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध किया है.
समिति ने पत्र में कहा है कि इन रिक्तियों को तत्काल भरने की आवश्यकता है, क्योंकि लंबे समय से लंबित मुद्दे के कारण लोग पीड़ित हैं. इससे पहले, दिल्ली विधानसभा की अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के कल्याण संबंधी समिति ने अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के रिक्त पदों के बैकलॉग के संबंध में डेटा प्रस्तुत करने के लिए दिल्ली पुलिस को पत्र लिखा था. बैकलॉग पदों की निम्नलिखित स्थिति कुछ इस प्रकार दिल्ली पुलिस ने प्रस्तुत अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के बैकलॉग पदों की बताई हैं.
एससी/एसटी के रिक्त पदों का बैकलॉग
1 - एसआई 151 पद
2 - भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण 22 पद
3 कोर्ट 383 पद
4 कास्ट 1452 पद
5 मीटर 70
समिति का कहना है कि रिक्त पदों के इस बैकलॉग को न भरने के कारण योग्य अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवार नौकरी के अवसरों से वंचित हो गए हैं, जो इन पदों के योग्य हैं. यह न केवल हमारे संविधान में निहित समानता और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ है, बल्कि यह हमारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों में समावेशी और विविध प्रतिनिधित्व के प्रयासों को भी कमजोर करता है.
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विशेष रवि ने कहा कि पत्र में भर्ती प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने, नौकरशाही संबंधी देरी को खत्म करने, चयन और पदोन्नति प्रक्रिया में पारदर्शिता व निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक संसाधनों और समर्थन के प्रावधान का भी आह्वान किया है. समिति उम्मीद करती है कि उपराज्यपाल इस गंभीर मुद्दे को हल करने के लिए तेजी से कार्रवाई करेंगे और दिल्ली पुलिस में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति समुदायों के लिए बैकलॉग रिक्तियों को भरेंगे और एक अधिक समावेशी और न्यायसंगत समाज के निर्माण में योगदान देंगे.