नई दिल्ली: नीतीश कटारा हत्या मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे विशाल यादव ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर आठ हफ्ते के लिए जेल से रिहा करने की मांग की है. हाईकोर्ट विशाल यादव की याचिका पर आज सुनवाई करेगा.
कोरोना या टीबी होने की आंशका
विशाल यादव ने अपनी याचिका में कहा है कि जेल में कैदियों की भीड़ की वजह से उन्हें कोरोना या टीबी होने की आशंका है. विशाल यादव ने कहा है कि उसे पहले टीबी हो चुका है और अगर फिर टीबी हुआ तो उसका बचना मुश्किल है. लंबे समय तक टीबी होने की वजह से उसके शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई है. जेल में कैदियों की भीड़ होने और स्वच्छता की कमी की वजह से उसे कोरोना या टीबी होने का खतरा है.
सुप्रीम कोर्ट ने घटाई थी सजा की अवधि
आपको बता दें कि 3 अक्टूबर 2016 को सुप्रीम कोर्ट ने विकास यादव और विशाल यादव की सजा घटाकर 25 साल कैद कर दी थी, जबकि तीसरे दोषी सुखदेव पहलवान की भी सजा घटाकर 20 साल की कैद कर दी थी. दिल्ली हाईकोर्ट ने विकास यादव और विशाल यादव को 25 साल और 5 साल की दो सजा यानि 30 साल कैद की सजा दी थी. जबकि सुखदेव पहलवान को बीस और पांच साल यानि 25 साल की कैद की सजा दी थी.
बाहुबली डीपी यादव का बेटा है
विकास यादव यूपी के बाहुबली नेता डीपी यादव का बेटा है. विशाल यादव विकास यादव का चचेरा भाई है. दोनों नीतीश कटारा की हत्या के दोषी हैं. 17 फरवरी 2002 को नीतीश कटारा की हत्या कर दी गई थी. नीतीश कटारा का विकास यादव की बहन भारती यादव के साथ प्रेम संबंध था. यह प्रेम संबंध यादव परिवार को मंजूर नहीं था.