नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के विरोध में आम आदमी पार्टी 3 जुलाई से एक अभियान शुरू करने जा रही है, जिसके तहत मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने मत्रियों और विधायकों के साथ अध्यादेश की प्रतियों को जलाएंगे. इसपर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष विरेंद्र सचदेवा ने जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली प्रशासनिक व्यवस्थाओं से जुड़े अध्यादेश को जलाने की दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज की घोषणा, संवैधानिक व्यवस्थाओं का एक और अपमान है.
उन्होंने कहा, दिल्ली और देश की जनता जान चुकी है कि आम आदमी पार्टी एक अराजक पार्टी है. लेकिन दिल्ली सरकार के मंत्री द्वारा केंद्रीय अध्यादेश को जलाने की घोषणा करने से ज्यादा संविधान का और अपमान नहीं हो सकता. यह घोषणा अध्यादेश के विरोध पर विपक्षी दलों का सहयोग न मिलने से अरविंद केजरीवाल एवं आम आदमी पार्टी में उत्पन्न हताशा का प्रमाण है. पहले अरविंद केजरीवाल और सौरभ भारद्वाज राहुल गांधी की ओर देखें, जिन्होंने संसद में एक बिल का प्रारूप फाड़ा था और आज उस दिन को याद करते हैं. मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि अध्यादेश जलाने वाले अरविंद केजरीवाल और सौरभ भारद्वाज भी एक दिन राहुल गांधी की तरह पछताएंगे.
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने आगे कहा, यदि अरविंद केजरीवाल को कुछ जलाने का शौक है तो अपना अहंकार एवं भ्रष्टाचार जलाएं. मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि अगर वह सच्चे हैं तो अपने राजमहल बंगले के दरवाजे जनता के लिए खोलें. केंद्र सरकार द्वारा लाया गया अध्यादेश दिल्ली की प्रशासनिक व्यवस्थाओं के हित में है. यह संसद में पारित भी होगा और प्रशानिक व्यवस्थाओं को स्थापित भी करेगा.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग द्वारा मृत लोगों के नाम पर ऑटो रिक्शा पंजीकरण एवं बुराड़ी फिटनेस सेंटर में चल रहे घोटालों के मामले में गुरुवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) द्वारा की गई गिरफ्तारी, दिल्ली भाजपा के संघर्ष का परिणाम है. इससे पहले 21 अप्रैल को दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत की शह पर बुराड़ी फिटनेस सेंटर में मृत ड्राइवरों के नाम पर ऑटो परमिट पंजीकरण के चल रहे बड़े घोटाले को, दिल्ली भाजपा ने एक पत्रकार वार्ता के माध्यम से उजागर किया था.
साथ ही 21 अप्रैल को ही फिटनेस के नाम पर एक एन.जी.ओ. मानस फाउंडेशन के मृत ड्राइवरों को ट्रेनिंग देने के फर्जीवाड़े को भी उजागर किया गया था. वीरेंद्र सचदेवा ने दावा किया कि इस घोटाले को सामने लाने में दिल्ली भाजपा की ऑटो ड्राइवर प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों की बड़ी भूमिका रही. जहां हमारे दबाव बनाने के बाद यह गिरफ्तारियां हुईं, वहीं 27 जून को परिवहन विभाग की बैठक में फिटनेस से पहले एनजीओ मानस फाउंडेशन की ट्रेनिंग की अनिवार्यता खत्म करने का सैद्धांतिक निर्णय भी ले लिया गया है