नई दिल्ली: राजधानी में वैक्सीन की भारी किल्लत है. दिल्ली सरकार का आरोप है कि वैक्सीन निर्माता कम्पनियों और केंद्र सरकार से वैक्सीन की सप्लाई नहीं मिल पा रही है. वैक्सीन की किल्लत का असर अब साफ तौर पर दिखने लगा है. मध्य दिल्ली के तीरथ राम शाह हॉस्पिटल में वैक्सीनेशन की शुरुआत से अब तक 5 हज़ार से ज्यादा लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है. लेकिन अब इस अस्पताल को वैक्सीन नहीं मिल रही है, जिसके कारण वैक्सीनेशन सेंटर को बंद करना पड़ गया है. दूसरे डोज के लिए यहां आ रहे लोग मायूस वापस लौट रहे हैं.
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'सरकार ने वापस ले लिए थे 800 डोज'
डॉ. शिल्पा पंडिता ने कहा कि 1 मई से यहां पर वैक्सीनेशन बंद है. जब केंद्र सरकार ने यह फैसला किया कि राज्य सरकारें और प्राइवेट अस्पताल सीधे वैक्सीन उत्पादक से वैक्सीन खरीदेंगे, उसके बाद हमें सेंटर बंद करने को कहा गया. तब हमारे पास 800 से ज्यादा वैक्सीन के डोज थे, वो भी सरकार ने वापस ले लिए. उन्होंने बताया कि यहां कोविशील्ड वैक्सीन लगाई जाती रही है और सप्लाई के लिए सीरम इंस्टिट्यूट से बात चल रही है.
'दो-तीन महीने बाद सप्लाई की उम्मीद'
चिंता की बात यह है कि कोरोना की इस गम्भीरता के दौर में भी इस सेंटर को आगामी दो-तीन महीने भी सप्लाई मिलने की उम्मीद नहीं है. डॉ. शिल्पा पंडिता ने कहा कि सीरम इंस्टिट्यूट के सेल्स डिपार्टमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर से बात हुई है. जिसमें कहा गया कि अभी वैक्सीन सप्लाई में 2 से 3 महीने तक का समय लग सकता है. उन्होंने कहा कि इतनी देरी खतरनाक साबित हो सकती है.