अमृत भारत के तहत 522 रेलवे स्टेशनों का रीडेवलेपमेंट नई दिल्ली:केंद्र सरकार रेल विकास से राष्ट्र विकास को जोड़कर काम कर रही है. इसके तहत देश के 522 और रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत रीडेवलप करने की योजना है. इससे पहले अगस्त 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल तरीके से 508 रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत रीडेवलपमेंट की नींव रखी थी. जिन पर काम चल रहा है.
अमृत भारत योजना के तहत रेलवे स्टेशनों को स्थानीय सांस्कृतिक विरासत को ध्यान में रखते हुए विकसित किया जाएगा. साथ ही लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय क्राफ्टमैन्स को नए अवसर मुहैया कराए जाएंगे. पिछले सालों के मुकाबले इस साल रेल बजट को नौ गुना बढ़ाया गया था. इस मद में रेल बजट दो लाख 40 हजार करोड़ रुपये का है.
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रेल बजट से रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर को अत्याधुनिक करने का काम किया जा रहा है. पहले 2447 करोड़ रुपये की लागत से 508 रेलवे स्टेशनों के रीडेवलपमेंट की नींव रखी गई. रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, अब 522 और रेलवे स्टेशनों को रीडेवलप किए जाने की योजना बनाई गई है. बहुत जल्द इसकी अधिकारिक घोषणा की जाएगी.
रीडेवलप किए जा रहे स्टेशनों का डिजाइन ऐसा होगा, जो अगले 50 वर्षों के लिए उपयुक्त हो. अधिकारियों के मुताबिक, 522 रेलवे स्टेशनों को रीडेवलप करने में 25 हजार करोड़ रुपये से अधिक का खर्च आएगा. अधिकारियों के मुताबिक देश में कुल 7137 रेलवे स्टेशन हैं. जो जर्जर और पुराने हो चुके हैं. सबसे पहले उनका रीडेवलपमेंट किया जा रहा है.
सिटी सेंटर के रूप में उभरेंगे रेलवे स्टेशनःरेलवे अधिकारियों के मुताबिक, अमृत भारत योजना के तहत रीडेवलप किए जा रहे स्टेशन शहर को दोनों तरफ से जोड़ा जाएगा. पहले बने स्टेशनों के कारण कई जगह शहर दो हिस्सों में बंट गए हैं. स्टेशनों को सिटी सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा, जो शहर का केंद्र बनेंगे. स्टेशन को जरूरत के अनुसार मल्टीलेवल बनाया जाएगा. जिससे रेलवे परिसर में जगह-जगह बने भवनों की जगह खाली हो. रेलवे परिसर की जगह को पार्किंग और अन्य कार्यों के लिए प्रयोग किया जा सके.
विकिपीडिया पर होगी पूरी डिटेल्सः अमृत भारत योजना के तहत जो भी रेलवे स्टेशन रीडेवलप किए जा रहे हैं. उन सभी रेलवे स्टेशनों की डिटेल्स विकिपीडिया पर अपलोड की जाएगी. स्टेशन की खासियत, लोकेशन, इतिहास, विशेषता आदी की जानकारी लोगों को विकिपीडिया पर मिल सकेगी.
रेलवे स्टेशनों की ये होंगी खास बातें
- मल्टीमाडल ट्रांसपोर्ट सुविधाएं होंगी, मेट्रो, कार, आटो या पैदल सभी आसानी से आ–जा सकेंगे.
- वन स्टेशन वन प्रोडक्ट के तहत लोकल फार वोकल को रेलवे स्टेशनों पर बढ़ावा मिलेगा.
- स्थानीय क्राफ्टमैन्स को नए अवसर मिलेंगे, जिससे शहर में विकास को रफ्तार मिलेगी.
- बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं व दिव्यांगजनों की सुविधाओं के अनुकूल स्टेशनों को बनाया जाएगा.
- रेलवे स्टेशनों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति व विरासत के आधार पर बनाया जाएगा.
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