दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

फर्जी दस्तावेजों पर बैंक से लिया 20 करोड़ का लोन, दो महिला सहित चार गिरफ्तार

फर्जी दस्तावेज दिखाकर बैंक से 20 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी करने वाले चार आरोपियों को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है. मामले में पुलिस ने अश्वनी, उसकी पत्नी, विजय और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया है.

family arrested for cheating in bank by taking loan
दिल्ली बैंक ठक गिरफ्तार

By

Published : Oct 24, 2020, 6:51 PM IST

नई दिल्लीः आर्थिक अपराध शाखा ने बैंक से ठगी करने वाले एक परिवार की दो महिलाओं सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने एक ही प्रॉपर्टी के फर्जी दस्तावेज तैयार कर कई बैंक से लगभग 20 करोड़ रुपये का लोन ले रखा था. आरोपी इतने शातिर हैं कि उन्होंने डीएमआरसी द्वारा अधिग्रहित हो चुकी जमीन को गिरवी रखकर उस पर लोन ले लिया था.

बैंक से ठगी करने वाले चार लोग गिरफ्तार.

संयुक्त आयुक्त ओपी मिश्रा के अनुसार नारायणा स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक के जोनल मैनेजर ने आर्थिक अपराध शाखा को शिकायत दी थी. उन्होंने बताया रिया इंटरप्राइजेज ने संपत्ति गिरवी रख कर 70 लाख रुपये का लोन लिया था. इस प्रॉपर्टी पर अश्वनी कुमार का नाम था. बैंक की तरफ से यह राशि जारी कर दी गई. इसके बाद कुंज एलमुनियम प्राइवेट लिमिटेड के मालिक विजय कुमार और उसकी पत्नी ने 2.25 करोड़ का लोन 20 दिसंबर 2011 को लिया.

उन्होंने फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित एक प्रॉपर्टी को गिरवी रखकर यह लोन लिया. यह प्रॉपर्टी भी अश्वनी कुमार और विजय कुमार के नाम पर थी. इस पर गारंटर विजय कुमार और अश्वनी कुमार की पत्नी बने थे. करोल बाग स्थित ब्रांच से राशि भी जारी कर दी गई.

बैंक से परिवार के सदस्यों ने लिए कई लोन

इसी परिवार की एक अन्य कंपनी माधव एंटरप्राइजेज का मालिक अश्वनी कुमार था. उसने प्रॉपर्टी गिरवी रखकर 50 लाख रुपये का लोन 28 अप्रैल 2011 को लिया और बाद में इसमें 15 लाख रुपये अतिरिक्त ले लिए. उन्होंने लोनी रोड स्थित एक प्रॉपर्टी को गिरवी रखा जो अश्वनी कुमार और उसकी पत्नी के नाम पर थी. उन्होंने होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन भी एलआईसी पॉलिसी के अगेंस्ट लिया. बाद में उन्हें पता चला कि यह प्रॉपर्टी दूसरे बैंक के साथ भी गिरवी रखी गई है. इस बाबत मामला दर्ज कर आर्थिक अपराध शाखा के एसीपी वीरेंद्र सजवान की देखरेख में इंस्पेक्टर गणपति महाराज और प्रदीप राय की टीम ने शुरू की.

दोनों महिलाएं पति सहित गिरफ्तार

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों की चेन तैयार कर अलग अलग नाम पर इसका पंजीकरण कराया था. इन फर्जी दस्तावेज के सहारे उन्होंने विभिन्न बैंकों से लोन लिया. उन्होंने शुरुआत में लोन की पेमेंट की और इसके बाद किश्त देना बंद कर दिया. उनकी तरफ से लगभग 6 करोड़ रुपये का नुकसान केवल पंजाब एंड सिंध बैंक को हुआ था. पुलिस टीम लगातार इस परिवार की तलाश में दबिश दे रही थी. पुलिस से बचने के लिए वह लगातार ठिकाने बदल रहे थे. इस मामले में पुलिस ने अश्वनी, उसकी पत्नी, विजय और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है.

20 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी

पकड़ा गया यह परिवार बेहद ही शातिर है. वह एक ही प्रॉपर्टी को परिवार के कई सदस्यों के पास नाम कर उस पर अलग-अलग बैंक से लोन ले लेते थे. अभी तक की जांच में इस परिवार द्वारा लगभग 20 करोड़ रुपये की ठगी की बात सामने आई है. इस परिवार ने डीएमआरसी द्वारा अधिग्रहित की जा चुकी एक प्रॉपर्टी पर भी बैंक से लोन ले लिया था. इनके द्वारा की गई अन्य जालसाजी को लेकर छानबीन की जा रही है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details