नई दिल्ली: किसी एक इलाके से तीन से ज्यादा कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद दिल्ली सरकार ने 8 अप्रैल से हॉट स्पॉट्स चिन्हित करने और उन्हें सील करने की शुरुआत की थी. लगातार बढ़ती यह संख्या बीते मंगलवार को 100 तक पहुंच गई, लेकिन न तो बुधवार को एक भी इलाका हॉट स्पॉट बना और न ही गुरुवार को. इससे उलट, गुरुवार को दो इलाके कंटेंमेंट जोन की सूची से बाहर हो गए.
दो इलाके कंटेंमेंट जोन से बाहर
मयूर विहार फेस वन एक्सटेंशन के वर्धमान अपार्टमेंट और ईस्ट ऑफ कैलाश के ई-ब्लॉक को डी-कंटेन कर दिया गया है. वर्धमान आपर्टमेंट को 2 अप्रैल को कंटेंमेंट जोन घोषित किया गया था और पिछले चार हफ्ते में यहां से एक भी कोराना का नया केस सामने नहीं आया है. इससे जुड़े आदेश में कहा गया है कि इस अपार्टमेंट के सभी 102 फ्लैट्स व घरों के डोर टू डोर सर्वे किए गए और 213 लोगों के सैम्पल टेस्ट हुए, जिसमें सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इसके बाद यह फैसला लिया गया है.
98 रह गए हॉट स्पॉट्स
इसी तरह ईस्ट और कैलाश के ई-ब्लॉक से भी बीते 28 दिनों में कोरोना का कोई नया मामला नहीं आया है. इससे पहले पूर्वी दिल्ली के वसुंधरा एन्क्लेव के मनसरा अपार्टमेंट को भी डी-कंटेन किया जा चुका है. यहां से भी 28 दिनों तक कोई नया मामला सामने नहीं आया था. आपको बता दें कि बीते 24 घण्टे में किसी भी एक इलाके से तीन या उससे ज्यादा करोना के मामले सामने नहीं आए हैं, जिसके कारण गुरुवार को कोई भी इलाका हॉट स्पॉट नहीं बना और दिल्ली में हॉट स्पॉट्स की संख्या 100 से घटकर 98 पर आ गई है.
एक और सोसाइटी डी-कंटेन
हालांकि इनके अलावा, द्वारका की शाहजहानाबाद सोसाइटी को भी डी-कंटेन कर दिया गया है. स्थानीय डीएम की तरफ से इसे लेकर आदेश जारी किया गया है कि शाहजहानाबाद सोसाइटी से बीते 8 हफ्तों में कोरोना का कोई नया केस समाने नहीं आया है. इसलिए इसे अब कंटेंमेंट जोन से बाहर किया जाता है. गौरतलब है कि कोरोना कोरोना के 6 मामले सामने आने के बाद इस सोसाइटी को हॉट स्पॉट घोषित किया गया था. उसके बाद यहां से 85 सैम्पल भी टेस्ट हुए थे, जिसमें से एक भी पॉजिटिव नहीं आया है. हालांकि दिल्ली सरकार की कंटेंमेंट जोन वाली सूची से अब तक इसे नहीं हटाया गया है.
ऑपरेशन शील्ड की सफलता
लगातार डी-कंटेन हो रहे इलाकों को दिल्ली सरकार अपने ऑपरेशन शील्ड की सफलता बताती रही है. गौरतलब है कि हॉट स्पॉट्स के लिए दिल्ली सरकार ने यह ऑपरेशन शुरू किया था. इसमें शील्ड का इस तरह से समझ सकते हैं-
- एस (S) का मतलब होता है, सील. जहां पर कोरोना के कुछ केस सामने आते हैं, उस एरिया को सील कर दिया जाता है.
- एच (H)का मतलब होम क्वारंटीन है. सील किए गए एरिया में रहने वाले सभी लोगों को होम क्वारंटीन कर दिया जाता है.
- आई (I)का मतलब आइसोलेशन एंट ट्रेसिंग से जुड़ा है. कोरोना मरीज के कॉन्टेक्ट में आए हर शख्स को ट्रेस कर आइसोलेट किया जाता है.
- ई (E)का मतलब जरूरी जरूरतों की चीजों से है. जरूरी चीजों की सप्लाई पूरी करने के लि डोर टू डोर डिलीवरी की जाती है.
- एल (L) का मतलब लोकल सैनिटाइजेशन है. पूरे एरिया को केमिकल और दवाई से सैनिटाइज कर दिया जाता है.
- डी (D) का मतलब डोर टू डोर चेकिंग से है. जिन एरिया को सील किया जाता है, वहां पर घर-घर जाकर पूछा जाता है कि कोई बीमार तो नहीं है.