सरकार के फैसले से ट्रेडर्स में नाराजगी नई दिल्ली:अगले महीने 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन है. सुरक्षा व्यवस्था और विदेशी मेहमानों की सुगम आवाजाही को देखते हुए नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट के बाजार और व्यवसायिक प्रतिष्ठान तीन दिन तक यानी 8 से 10 सितंबर तक बंद रहेंगे. सरकार के इस फैसले से कनॉट प्लेस, जनपथ, पालिका बाजार, खान मार्केट, यशवंत पैलेस, बंगाली मार्केट, शंकर मार्केट, मोहन सिंह पैलेस, शहीद भगत सिंह पैलेस, मालचा मार्ग, गोल मार्केट जैसे मार्केट के व्यापारी निराश और चिंता में हैं. 3 दिनों तक दुकानें बंद रहने से बिजनेस को नुकसान होगा.
क्या ट्रेडर्स को होने वाले नुकसान की भरपाई होगीःनई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन के एग्जीक्यूटिव मेंबर अमित गुप्ता ने 'ETV भारत' को बताया कि जब इस बात का ऐलान हुआ था कि भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन होने जा रहा है. तब सभी ट्रेडर्स काफी खुश थे, लेकिन जब इस बात की घोषणा हुई कि तीन दिन के लिए नई दिल्ली के बाजारों को बंद किया जायेगा तब से ट्रेडर्स काफी नाराज है.
उम्मीद थी कि जी-20 शिखर सम्मेलन में जो मेहमान आएंगे, उनसे बाजार की सेल पर भी अच्छा प्रभाव पड़ेगा. जब सरकार ने कनॉट प्लेस में सौन्दर्यीकरण का काम शुरू किया था तो उम्मीद और बढ़ गई थी. अभी फेस्टिव सीजन है, इसके चलते अगर वीकेंड पर बाजारों को बंद किया जाएगा तो व्यवसाय में बहुत बड़ा नुकसान होगा. उन्होंने सवाल उठाते हुए सरकार से पूछा कि क्या सरकार ट्रेडर्स को होने वाले नुकसान की भरपाई करेगी? फिलहाल सरकार के बाजारों को बंद करने वाले निर्णय से सभी ट्रेडर्स काफी नाराज हैं
बाजार बंद करने से प्लानिंग पर पानी फिराःनेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के कोषाध्यक्ष मनप्रीत सिंह ने बताया कि बीते 6 महीने से सभी रेस्टोरेंट जगत के व्यापारियों की बैठकें हुई हैं, जिसमें जी-20 सम्मलेन को लेकर कई बड़े फैसले लिए गए. जब सरकार ने बाजारों को बंद करने का ऐलान किया तो हर प्लानिंग पर पानी फिर गया. ऐसा केवल भारत में ही देखने को मिल रहा है कि जी-20 सम्मलेन के दौरान बाजारों को बंद किया जा रहा है. जबकि पहले जिस किसी भी देश में यह सम्मलेन हुआ है वहां के बाजारों को बंद नहीं किया गया था.
मनप्रीत का सवाल है कि क्या भारत में जो फोर्सेज है, वह स्थिति को मैनेज नहीं कर पा रही है? सरकार को यह पहले सोचना चाहिए था कि क्या सरकार दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्थ को संभाल पाएगी? अगर ऐसा था तो किसी अन्य राज्य में जी-20 सम्मलेन करवाना चाहिए था, जहां सुरक्षा व्यवस्था को संभाला जा सकता था. अब लाखों लोगों का रोजगार मार कर सम्मेलन करने का कोई औचित्य नहीं है. उन्होंने बताया कि बीते कई वर्षों से रेस्टुरेंट जगत का मार्केट बहुत गिरा है. अब सरकार के इस निर्णय ने सभी कि मुश्किलों को और बढ़ा दिया है. त्योहारों के दौरान तीन दिन के लिए रेस्टोरेंट को बंद करना. एक बड़े नुकसान का अंदेशा है, जिसकी कोई भी बरपाई नहीं होगी.
गौरतलब है कि जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर दिल्ली में केंद्र सरकार के सभी ऑफिस 8 से 10 सितंबर तक बंद रहेंगे. कार्मिक मंत्रालय ने गुरुवार को इस बारे में एक आदेश जारी किया है. इसके अनुसार, जी-20 शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में होना है. सम्मेलन में कई देशों के प्रमुख और अंतरराष्ट्रीय संगठन हिस्सा लेंगे. बड़े पैमाने पर आयोजन और इंतजाम को देखते हुए दिल्ली में स्थित केंद्र के कार्यालयों को इस दौरान बंद रखने का निर्णय लिया गया है.
यह भी पढ़ें-G-20 summit: 7 से 10 सितंबर तक आरएमएल अस्पताल में सभी डॉक्टरों और कर्मियों की छुट्टियां रद्द