नई दिल्ली: तिहाड़ जेल के जिस कैदी ने अधिकारी द्वारा अपनी पीठ पर ॐ गोदने का आरोप लगाया था, उसकी सच्चाई सामने आ गई है. अदालत को सौंपी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि आरोप लगाने वाले नबीर ने अपने एक साथी की मदद से ये ॐ गुदवाया था. उसका मकसद जेल के अधिकारी को फंसाकर जेल प्रशासन पर दबाव डालना था.
जानकारी के अनुसार तिहाड़ जेल संख्या चार के हाई रिस्क वार्ड में बंद कैदी नबीर ने कड़कड़डूमा अदालत में पेशी के दौरान तिहाड़ प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए थे. उसने अदालत में अपनी कमीज खोलकर दिखाई और बताया कि 12 अप्रैल को जेल के अधिकारियों ने उसकी पीठ पर ॐ गोद दिया था. उसने जेल सुपरिटेंडेंट पर ॐ गोदने का आरोप लगाने के साथ ही जेल में भूखा रखने की बात भी कही. उसने आरोप लगाया कि उससे दो दिन के नवरात्रि व्रत करवाये गए. मामले को गंभीरता से लेते हुए अदालत ने पूरे मामले की जांच करने के आदेश दिए थे.
कैदी की पीठ पर बने ॐ का सच आया सामने तिहाड़ प्रशासन ने की जांच इस मामले की जांच डीआईजी स्तर के एक अधिकारी की देखरेख में बनाई गई टीम ने शुरू की. इस दौरान सबसे पहले उस दिन की फुटेज देखी गई. कैदी ने अपने बयान में बताया था कि घटना सुपरिटेंडेंट के कमरे में हुई. वहां लगे हुए सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी गई. इसमें कैदी अधिकारी के कमरे में आता हुआ दिखा, लेकिन उसके साथ किसी प्रकार की हाथापाई उसमें नहीं दिख रही है. कुछ ही मिनट बाद वो दफ्तर से निकल जाता है. बाहर जाते समय उसकी तलाशी ली जाती है, लेकिन वो अपनी पीठ पर किसी प्रकार के दर्द की शिकायत नहीं करता. इसके साथ ही बैडमिंटन खेलते हुए भी उसका वीडियो देखा गया, जो दर्द के चलते खेलना संभव नहीं है.
कैदी से ही बनवाया ॐ
आरोपी नबीर बीते 16 महीने से तिहाड़ जेल में बंद है. उसके खिलाफ मकोका के तहत मामला दर्ज है. इस बाबत कुछ जेल कर्मचारियों और कैदियों के बयान भी दर्ज किए गए. इससे खुलासा हुआ है कि उसने अपने एक साथी की मदद से पीठ पर ॐ गुदवाया. इसके लिए उसने चूना पाउडर और ब्लीचिंग पाउडर का इस्तेमाल किया. तिहाड़ प्रशासन की तरफ से ये रिपोर्ट अदालत को सौंप दी गई है. फिलहाल इसे लेकर अदालत ने किसी प्रकार का फैसला नहीं लिया है.