नई दिल्ली: जी20 शिखर सम्मेलन की बैठक नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 8 और 9 सितंबर को होने जा रही है. 7 सितंबर से विभिन्न देशों के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रतिनिधि दिल्ली पहुंचने लगेंगे. G20 समिट को लेकर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के 30 हजार जवानों के साथ अन्य सभी फोर्सों के एक लाख से अधिक जवान सुरक्षा व्यवस्था संभालने में जुटे हैं. सम्मेलन के दौरान जमीन से आसमान तक सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहेगी.
दिल्ली पुलिस ने जी20 सम्मेलन के दौरान तैयार किए गए ट्रैफिक प्लान साझा किया सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली की सुरक्षा में करीब 30 हजार जवानों को लगाया गया है. सीआईएसएफ जवानों को वीआईपी सुरक्षा की ट्रेनिंग दी जाती है. सीआईएसएफ के जवान एसपीजी और एनएसजी में भी हैं. ऐसे में यह वीआईपी की सुरक्षा में अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर अच्छे समन्वय से सुरक्षा का काम कर सकते हैं. जिन होटलों में विदेशी मेहमान रुक रहे हैं और जहां पर जी 20 सम्मेलन होना है, सभी जगह सीआईएसएफ के जवान सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं. इसके साथ ही दिल्ली मेट्रो, एयरपोर्ट, सरकारी भवनों, धरोहरों की भी सुरक्षा में सीआईएसएफ जवान लगे हैं.
ये एजेंसियां संभाल रहीं सुरक्षा: जी20 सम्मेलन में विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होने के लिए आ रहे है. इन सभी की सुरक्षा का ध्यान कुछ एजेंसियां रखेंगी. इनमें से कुछ प्रमुख एजेंसियां रॉ, स्वॉट-दिल्ली पुलिस, सीआईए (यूएस), एमआई 6 (यूके), एमएसएस (चीन) आदि है.
अन्य सभी फोर्स से अभेद किले में तब्दील दिल्ली:जी20 के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में दिल्ली पुलिस के 45 हजार पुलिसकर्मी लगे हैं. साथ ही एनएसजी कमांडो, एसपीजी, पैरामिलिट्री फोर्सेज, बीएसएफ, एयरफोर्स, एनडीआरएफ आदि के जवान सुरक्षा व्यवस्था में लगे हैं, जो जमीन से आसमान तक, हवा से पानी तक से हमले को नाकाम कर देंगे. सुरक्षा के कड़े प्रबंध से दिल्ली अभेद किले में तब्दील हो गई है. अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली की सुरक्षा में 1 लाख से अधिक जवान लगे हैं.
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