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Effect OF Heat: दिल्ली जू में वन्यजीवों के खाने में होगी कटौती, जानिए वजह

दिल्ली में गर्मा बढ़ने लगी है. इसका असर लोगों के साथ-साथ वन्यजीवों पर भी पड़ रहा है. इस महीने के आखिर तक और पारा बढ़ने की आशंका है. इसको देखते हुए दिल्ली चिड़ियाघर ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. बड़े प्रजाति के वन्यजीवों को खाने में कटौती की जा रही है, ताकि गर्मी में तबीयत न खराब हो.

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Published : Mar 15, 2023, 3:51 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में मार्च से ही तापमान का पारा लोगों के पसीने छुड़ा रहा है. राजधानी में 32 डिग्री सेल्सियस तापमान बना हुआ है. आने वाले दिनों में पारा और बढ़ने की आशंका है. बहरहाल, मथुरा रोड स्थित दिल्ली चिड़ियाघर में अब यहां रहने वाले बड़े प्रजाति के वन्यजीवों को खाने में कटौती की जाएगी. इसके लिए जू प्रशासन समर एक्शन प्लान तैयार कर रहा है.

जू की निदेशक आकांक्षा महाजन ने बताया कि समर एक्शन प्लान के तहत बड़े से लेकर छोटे प्रजाति के वन्यजीवों के खाने में कटौती होगी. बड़े प्रजाति के वन्यजीव जैसे, बाघ, शेर, तेंदुआ सहित मांसाहारी वन्यजीव को सर्दियों के मुकाबले 3 से 4 किलो कम मीट दिया जाएगा. सुबह के वक्त जू कीपर उन्हें उनके पिंजरे में मीट परोस देंगे और खाना खाने के बाद उन्हें शावर दिया जाएगा. जिससे वह तरोताजा महसूस कर सकें. उन्होंने बताया कि आने वाले कुछ दिनों में यह प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

सर्दियों में इतना मीट परोसा जाता हैः महाजन ने बताया कि मांसाहारी वन्यजीव को सर्दियों में 10 से 12 किलो भेंस का मीट दिया जाता है, क्योंकि सर्दियों में जानवरों में खुराक की मांग बढ़ जाती है. जबकि, गर्मियों में खुराक कम की जाती है. उन्होंने बताया कि इससे पाचन प्रक्रिया ठीक रहती है और तरह-तरह की बीमारी से बचाव होता है. साथ ही साथ शाकाहारी वन्यजीव के लिए ताजे फल दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि फिलहाल, सभी वन्यजीवों के बाड़े से हीटर हटा लिया गया है. हालांकि, अभी मौसम के देखते हुए पंखा और कुलर लगाने की प्रक्रिया की जाएगी.

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हेल्थ स्टेटस की जांच होगीः जू निदेशक ने बताया कि जिस तरह से मौसम में बदलाव हो रहा है. इंसानों की तरह की जानवरों में भी तबीयत खराब होने की शिकायत मिलती है. हालांकि, अभी मौसम के बदलाव के कारण किसी भी वन्य जीव की तबीयत बिगड़ने का कोई मामला नहीं आया है. बड़े से छोटे वन्यजीव की देखभाल करने के लिए डॉक्टरों की निगरानी में जांच भी की जा रही है. अगर कोई बीमार पाया जाएगा तो उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में इलाज किया जाएगा. उन्होंने बताया कि जानवरों को विटामिन की दवा भी दी जा रही है.

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