नई दिल्ली : ठगी के आरोपों में जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर ने एक और पत्र जारी कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मंत्री सत्येंद्र जैन व अन्य पर लगाए अपने आरोपों को सही होने का दावा किया है. उन्होंने लिखा है कि उसने किसी के दवाब में यह आरोप नहीं लगाए थे. अभी भी उसे जेल में डराया धमकाया जा रहा है.
सुकेश चंद्रशेखर ने अक्टूबर-नवंबर महीने में एक के बाद एक कुल पांच पत्र जारी कर दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और जेल अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया था. इसकी जांच के लिए उसने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को भी दो पत्र लिखा था. उस दौरान नगर निगम चुनाव के लिए प्रचार प्रसार जोरों पर था. सुकेश द्वारा लगाए गए आरोपों और पत्र के संबंध में जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सारे आरोप बेबुनियाद हैं. वह ठग है और बीजेपी के इशारे पर वह चुनावी फायदे के लिए इस तरह के आरोप लगा रहा है.
मीडिया के नाम जारी इस पत्र में सुकेश चंद्रशेखर ने मंत्री सत्येंद्र जैन और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बातों का खंडन करते हुए कहा है कि सच्चाई बताने के लिए उसने जो भी शिकायत पत्र लिखा था, इसके लिए उसे किसी ने दबाव नहीं डाला था. ना ही बीजेपी के दवाब में उसने यह लिखा है. जेल में उसे डराया धमकाया जा रहा है. उसे अपनी जान की खतरा महसूस हो रहा है. इसके चलते वह अपनी सुरक्षा और जेल स्थानांतरित करने के लिए यह पत्र लिखा है. जो आरोप उसने सत्येंद्र जैन मुख्यमंत्री पर लगाए हैं इसकी भी जांच हो ताकि सच्चाई सबके सामने आ जाए.
पिछले सप्ताह सुकेश चंद्रशेखर द्वारा दिल्ली सरकार के मंत्री, मुख्यमंत्री और जेल अधिकारियों पर लगाए गए गंभीर आरोपों की जांच के लिए गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट उपराज्यपाल (LG) को सौंप दी है. उपराज्यपाल द्वारा गठित कमेटी के सामने भी सुकेश अपने आरोपों पर कायम रहा. सुकेश के आरोपों की जांच के लिए उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार के गृह विभाग के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी को जांच करने को कहा था. उपराज्यपाल सचिवालय के सूत्रों के मुताबिक कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है.