नई दिल्ली:जेल से 200 करोड़ की ठगी करने वाला सुकेश लगभग एक साल से इस ठगी को अंजाम दे रहा था. उसने ठगी की यह रकम कई किस्तों में पार्टी फंड के नाम पर ली. वह जेल में बैठकर कारोबारी की पत्नी अदिति सिंह को कॉल करता और उसे विश्वास में लेकर करोड़ों रुपये झटक लेता था. लेकिन जेल से कॉल पर निभाने वाले सभी किरदार में उसकी दक्षिण भारतीय बोली एसेंट से अदिति सिंह हो शक हो गया. इसकी वजह से पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ.
कारोबारी की पत्नी अदिति सिंह ने एफआईआर में बताया है कि जून 2020 में उनके साथ ठगी का यह खेल शुरू हुआ. सबसे पहले उन्हें कानून सचिव के नाम से कॉल आया. उन्हें बताया गया कि उनके पति की मदद कर जेल से बाहर निकालने की जिम्मेदारी कानून सचिव को मिली है.
आखिर कैसे पकड़ा गया सुकेश चंद्रशेखर ? पूरी जानकारी के लिए उनका अंडर सेक्रेटरी कॉल करेगा. इसके बाद दूसरा कॉल अंडर सेक्रेटरी के नाम से आया. उसने बातों में उन्हें फंसाया और यह विश्वास दिलाया कि उनके पति को बाहर निकाला जाएगा. कुछ समय बाद उनसे 30 करोड़ रुपये की डिमांड हुई. उन्होंने किसी तरह यह रकम जुटाकर दे दी. इसके बाद एक बार फिर 50 करोड़ रुपये की डिमांड हुई. उन्होंने पति को निकालने के लिए इसे भी पूरा किया.
ये भी पढ़ें-लीना मारिया को 15 दिन पुलिस हिरासत में भेजा गया, 200 करोड़ की ठगी का है मामला
शिकायत में उन्होंने बताया है कि बीते जुलाई महीने में उन्हें जब कॉल आया तो उस शख्स ने अपना परिचय गृह सचिव के रूप में दिया. बातचीत के दौरान उस शख्स की बोली में दक्षिण भारतीय एसेंट महसूस हो रहा था. इससे पहले उनसे कानून सचिव एवं अंडर सेक्रेटरी बनकर जिस शख्स ने बातचीत की थी.
उसकी बोली में भी दक्षिण भारतीय एसेंट था. इससे उन्हें कॉल करने वाले पर शक हुआ. उन्होंने इस बातचीत में महसूस किया कि उन्हें कॉल करने वाले तीनों शख्स अलग नहीं हैं. यह एक ही शख्स है जो आवाज बदल-बदलकर उनसे बात करता है. इसके बाद उन्होंने अपने स्तर पर छानबीन की तो उन्हें पता चला कि वह ठगी का शिकार हुई हैं.
ये भी पढ़ें-सुकेश की प्रत्येक जालसाजी में राजदार है लीना, पुलिस रिमांड पर खुलेंगे राज !
उन्होंने जब पूरे मामले की शिकायत स्पेशल सेल को की तो सबसे पहले वह लोग गिरफ्तार हुए जो ठगी की रकम लेने आते थे. उनसे हुई पूछताछ एवं टेक्निकल सर्विलांस से पता चला कि कॉल में इस्तेमाल हो रहा मोबाइल रोहिणी जेल से ऑपरेट हो रहा है.
इसके बाद ही जेल में छापा मारकर सुकेश को गिरफ्तार किया गया था. सुकेश से मिलीभगत रखने वाले दो जेल अधिकारी, करोड़ों का हेरफेर करने वाले बैंक मैनेजर सहित कई कर्मचारी, सुकेश की कथित पत्नी लीना पॉल एवं कई अन्य मददगार अब तक गिरफ्तार हो चुके हैं. वहीं पुलिस शातिर जालसाज सुकेश पर मकोका भी लगा चुकी है.
गौरतलब है कि फोर्टिस के पूर्व प्रमोटर शिवेंद्र सिंह और उनके भाई मालविंदर सिंह को अरबों रुपये के घोटाले को लेकर वर्ष 2019 में आर्थिक अपराध शाखा द्वारा गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में दोनों अभी तक तिहाड़ जेल में बंद हैं. सुकेश ने शिवेंद्र सिंह को जेल से बाहर निकलवाने के नाम पर उनकी पत्नी अदिति सिंह से 200 करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया है.
अलग-अलग अधिकारी बनकर उसने जेल से ही अदिति सिंह को कॉल किया और विश्वास दिलाया कि ऊंचे पद पर बैठे लोग उनके पति को बाहर निकलवाना चाहते हैं. पार्टी फंड के नाम पर उसने यह रकम ठगी है.