नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के चुनावी रण में वोटिंग की प्रक्रिया तो खत्म हो चुकी है. लेकिन एग्जिट पोल जिस तरीके से कांग्रेस पार्टी को शून्य या दो सीट बता रहा है. तो वहीं दूसरी ओर दिल्ली कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा इस एग्जिट पोल को झूठ का पुलिंदा बता रहे हैं. वोटिंग के बाद कांग्रेस पार्टी की क्या है रणनीति इस बावत ईटीवी भारत ने डीपीसीसी अध्यक्ष से विशेष बातचीत की.
सुभाष चोपड़ा ने बताया एग्जिट पोल झूठ का पुलिंदा वोटिंग के बाद क्या है आगे की प्लानिंग
ईटीवी भारत से विशेष बातचीत करते हुए दिल्ली कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने आगे की प्लानिंग को लेकर कहा कि अभी 11 फरवरी को नतीजे सामने आने हैं. लेकिन जिस तरीके से एग्जिट पोल सामने आ रहे हैं. वे सिर्फ और सिर्फ झूठ का पुलिंदा है. उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी इसी तरीके से कांग्रेस को बहुत कम सीट दिखाई जा रही थी. लेकिन वहां बेहतर सीट आई. उन्होंने कहा 11 फरवरी को जब ईवीएम खुलेगी तो चौंकाने वाले आंकड़े सामने आएंगे और हमारी काफी ज्यादा संख्या में सीटें आएंगी.
कांग्रेस नेता केटीएस तुलसी के बयान पर क्या बोले चोपड़ा
अहम बात ये है कि कांग्रेस के कद्दावर नेता और राज्य सभा संसद केटीएस तुलसी ने एक बयान जारी किया जिसमें उन्होंने ये कहा कि कांग्रेस पार्टी बेहतर तरीके से चुनाव नहीं लड़ी है. जिसकी वजह से हमें एग्जिट पोल में बेहतर परिणाम आते नहीं दिखे. इस बाबत दिल्ली कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा कि ये उनका अपना व्यक्तिगत बयान है और मैं इस बात से बिल्कुल भी सहमति नहीं रखता कि हम बेहतर तरीके से चुनाव नहीं लड़े हैं. हम सभी सीटों पर टक्कर दे रहे हैं.
क्या आम आदमी पार्टी से गठबंधन करेगी कांग्रेस
गौर करने वाली बात ये है कि दिल्ली के प्रभारी पीसी चाको लगातार ये बयान देते रहे हैं कि वे आगामी नतीजे आने के बाद आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन कर सकते हैं. डीपीसीसी अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा से जब ये सवाल किया गया कि वे आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन कर सकते हैं? इस बाबत उन्होंने कहा कि अभी हमने इस बारे में कुछ नहीं सोचा है और अगर पीसी चाको ने ऐसा कुछ कहा है तो ये उनके अपने बयान है. उन्होंने कहा कि अभी 11 फरवरी को नतीजे सामने आएंगे उसके बाद ही हम कुछ तय कर पाएंगे.
फिलहाल वोटिंग के बाद दिल्ली कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अभी भी बेहतर परिणाम लाने के दावे कर रहे हैं और उनका कहना है कि एग्जिट पोल जो अभी दिखा रहा है, वो झूठ का पुलिंदा है. जब 11 फरवरी को ईवीएम खुलेगी तो चौंकाने वाले आंकड़े सामने आएंगे.