नई दिल्लीःजामिया मिल्लिया इस्लामिया में 21 दिसंबर से प्रॉक्टर्ड मेथड से छात्रों का एग्जाम होगा. इसको लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से गाइडलाइंस जारी कर दी गई. विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस के विरोध में छात्र प्रदर्शन पर उतर आए. प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि जिस तरीके से विश्वविद्यालय प्रशासन ने गाइडलाइन जारी की है. वह पूरी तरीके से छात्र विरोधी है.
वहीं प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि हर छात्र के पास कंप्यूटर नहीं है और ना ही हाई स्पीड इंटरनेट है. इसके अलावा प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि जम्मू कश्मीर से आने वाले छात्रों के पास तो अभी भी ठीक से 2G नेट भी नहीं है. वहीं प्रदर्शनकारी छात्रों ने प्रशासन से अपने इस फैसले को तत्काल वापस लेने की मांग की है. वहीं महबूबा मुफ्ती ने छात्रों के समर्थन में ट्वीट करते हुए अपनी बात रखी है.
छात्रों ने ऑनलाइन प्रॉक्टर्ड परीक्षा का किया विरोध
वहीं ऑनलाइन प्रॉक्टर्ड एग्जाम का छात्रों ने कुलपति कार्यालय के बाहर विरोध किया है. प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि जामिया में देश के हर राज्य से छात्र पढ़ने के लिए आते हैं और कई जगह पर इंटरनेट की सुविधा मौजूद नहीं है. कनेक्टिविटी समस्या होने से छात्रों को ऑनलाइन प्रॉक्टर्ड एग्जाम के दौरान खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा एक प्रदर्शनकारी छात्र ने कहा कि जामिया में जो छात्र जम्मू कश्मीर से पढ़ने के लिए आते हैं उनके लिए तो और भी परेशानी है, क्योंकि अभी वहां तो अभी 2जी इंटरनेट भी सही से नहीं चल रहा है.
हर छात्र के पास नहीं है कंप्यूटर-लैपटॉप
प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि सभी छात्रों के पास कंप्यूटर-लैपटॉप और स्मार्टफोन सब एक साथ मौजूद नहीं है. प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा ऐसे में परीक्षा दे पाना असंभव ही नजर आ रहा है. इसके अलावा छात्रों ने कहा कि प्रशासन को इस तरह का फैसला लेने से पहले छात्रों के बारे में भी सोचना चाहिए था, क्योंकि जामिया में पढ़ने के लिए केवल दिल्ली ही नहीं देश के अलग-अलग राज्यों और अलग-अलग वर्ग से छात्र पढ़ने के लिए आते हैं.