नई दिल्ली:राजधानी दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नौवीं से बारहवीं क्लास में पढ़ने वाले छात्रों के लिए खुशखबरी है. उन्हें अब माई स्टडी रूम के तहत ऑनलाइन क्लास की सुविधा मुहैया कराई जाएगी. इस क्लास में वह मैथमेटिक्स, इंग्लिश, फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी की बेहतर तैयारी के लिए सवाल पूछ सकेंगे. शिक्षा विभाग की ओर से माई स्टडी रूम के तहत यह ऑनलाइन क्लास शुरू की जाएगी. यह क्लास सिर्फ नौवीं से बारहवीं क्लास के लिए होगी. इस संबंध में शिक्षा विभाग ने एक परिपत्र भी जारी कर दिया है.
शिक्षा विभाग ने अपने परिपत्र में कहा है कि ऑनलाइन माई स्टडी रूम क्लास देने के प्रस्ताव के संबंध में सेल्फ असेसमेंट एजुकेशनल टेक्नोलॉजीज से 17 फरवरी को एक मेल प्राप्त हुआ है. मेल में उनकी तरफ से बताया गया है कि वो ऑनलाइन क्लासेस में छात्रों को स्मार्ट लर्निंग के साथ विषय को बेहतर तरीके से समझाने का प्रयास करते हैं जिससे छात्र घर बैठे ही अपने कठिन से कठिन विषय को आसानी से समझ लेता है. स्मार्ट लर्निंग एक नॉलेज पूल है, जिसमें विषय विशेषज्ञों द्वारा वीडियो और पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के रूप में तैयार की गई अध्ययन सामग्री शामिल है. स्मार्ट लर्निंग में गणित, अंग्रेजी, भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान शामिल हैं.
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शिक्षा विभाग ने सभी 1045 सरकारी स्कूलों के प्रमुखों को निर्देश दिया है कि वे अपने स्कूलों के कक्षा 9वीं से 12वीं के सभी छात्रों के बीच इस सूचना का प्रसार करें और टीम को काउंसलिंग सत्र आयोजित करने की अनुमति दें, ताकि इच्छुक छात्र इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से मदद ले सकें. शिक्षा विभाग ने कहा है कि वे परामर्श सत्र आयोजित करेंगे और प्रत्येक छात्र को ब्रोशर प्रदान करेंगे और इसमें क्यूआर कोड होगा. जिसे मोबाइल ऐप डाउनलोड करने के लिए स्कैन किया जा सकता है. इसके बाद छात्र माई स्टडी रूम तक मुफ्त में पहुंच सकता है. प्रत्येक छात्र अपना यूजर आईडी और पासवर्ड बना सकता है. इसकी मदद से छात्र ऑनलाइन क्लास ले सकेगा.
काउंसलिंग सत्र आयोजित करने के संबंध में महत्वपूर्ण निर्देश..
1. कार्यरत विद्यालयों को बाधित नहीं किया जाना चाहिए, छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए.
2. शिक्षा निदेशालय द्वारा संबंधित संस्था या किसी व्यक्ति को वित्तीय सहायता नहीं दी जाएगी. इसके अलावा, डीओई की पूर्व स्वीकृति के बिना और भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन किए बिना परियोजना में कोई विदेशी फंडिंग शामिल नहीं होनी चाहिए.
3. परियोजना की प्रक्रिया में छात्रों/अभिभावकों की गोपनीयता प्रभावित नहीं होनी चाहिए.
4. सामग्री में किसी भी प्रकार का विज्ञापन नहीं दिखाया जाएगा अर्थात नाम, चिन्ह, लोगो, प्रायोजन और सामग्री किसी भी सेलिब्रिटी द्वारा वितरित नहीं की जानी चाहिए.
5. सोशल मीडिया पर छात्रों की छवि/चित्र/वीडियो अपलोड नहीं किया जाएगा.
6. संगठन/शोधकर्ता को यह सुनिश्चित करना होगा कि कार्यक्रम आयोजित करते समय कोई नुकसान न हो.यह पूरी तरह से संगठन की जिम्मेदारी होगी.
7.सुनिश्चित करें कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जा रहा है.