नई दिल्ली:विदेश से मेडिकल की पढ़ाई कर लौटे एक छात्र ने भारत में प्रैक्टिस करने के लिए आयोजित क्वालीफाइंग एग्जाम पास करने के लिए मुन्ना भाई का सहारा लिया. हालांकि, तकनीक के कारण वह पकड़ा गया. उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया. उसकी जगह बैठकर परीक्षा देने वाले को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपी की पहचान हेमंत कुमार ओझा के रूप में हुई है. वहीं, फर्जी आधार कार्ड और दस्तावेज का इस्तेमाल कर हेमंत की जगह क्वालीफाइंग एग्जाम देने वाले अमूल्य किशन और उसके एक साथी मनीष प्रहलाद यादव को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
पुलिस के अनुसार, हेमंत कुमार ओझा ने कुछ साल पहले विदेश से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की थी. वह भारत में मेडिकल प्रैक्टिस करने के लिए जरूरी परीक्षा फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन (एफएमजीई) की परीक्षा में कई बार शामिल हुआ, लेकिन बार बार फेल होता गया. इस कारण उसने अमूल्य किशन नाम के एक व्यक्ति को अपनी एफएमजीई परीक्षा देने के लिए तैयार किया. इसके बदले उसने अमूल्य को पांच लाख रुपए भी दिए. यह परीक्षा हर साल जून और दिसंबर में होती है जिसमें हजारों अभ्यर्थी शामिल होते हैं.
एफएमजीई दिसंबर 2022 के लिए 20 जनवरी 2023 को परीक्षा आयोजित की गई थी. इसमें हेमंत कुमार ओझा की जगह अमूल्य ने परीक्षा दी थी. इसके लिए उसने हेमंत के नाम और उसकी फोटो आईडी आधार कार्ड आदि बनवाया था. परीक्षा में अमूल्य को 300 में से 181 अंक मिले थे. पासिंग सर्टिफिकेट लेने के लिए हेमंत, अमूल्य और उसके एक दोस्त मनीष के साथ द्वारका स्थित एनबीईएमएस के ऑफिस गया था. एफएमजीई परिक्षा एनबीईएमएस नाम की संस्था ही आयोजित करती है.