नई दिल्ली :दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए रविवार को मतदान होगा. चुनाव प्रचार शुक्रवार शाम को संपन्न हो गया था. एमसीडी चुनाव के लिए दिल्ली में चाहे आम आदमी पार्टी हो या बीजेपी या कांग्रेस तीनों ने ही तो स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी, इनमें से कई बड़े चेहरे प्रचार में शामिल नहीं हुए. वे गुजरात में तो गरजे लेकिन दिल्ली से दूर रहे.
बीजेपी ने दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए 40 स्टार प्रचारकों की सूची राज्य चुनाव आयोग को दी थी. इसमें गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, सांसद हेमा मालिनी, केंद्रीय राज्यमंत्री डॉक्टर एल मुरूगन का नाम भी शामिल था. लेकिन यह स्टार प्रचारक मैदान में उतरे ही नहीं. बताया जाता है कि गुजरात चुनाव में व्यस्तता के चलते गृहमंत्री दिल्ली में चुनाव प्रचार से दूर रहे तो अन्य नेताओं का भी ध्यान दिल्ली से अधिक गुजरात पर ही था. एमसीडी चुनाव में दिल्ली में रह रहे पूर्वांचल के मतदाताओं व दिल्ली देहात के लोगों के बीच सांसद मनोज तिवारी, गोरखपुर से सांसद रवि किशन, दिनेश लाल निरहुआ ने जमकर प्रचार किया. स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी पार्टी से मिले दायित्व, कार्यक्रम के तहत प्रचार प्रचार किया.
इस बार दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए जी-जान से उतरी आम आदमी पार्टी का भी यही हाल रहा. स्टार प्रचारकों में सबसे प्रमुख नाम पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का था. जिनका नाम अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के बाद तीसरे नंबर पर था. भगवंत मान हिमाचल और उसके बाद गुजरात में तो खूब चुनाव प्रचार किए. लेकिन वह दिल्ली से दूर रहे. पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, जिनका नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में था लेकिन वह एक दिन भी एमसीडी चुनाव के लिए प्रचार करने दिल्ली नहीं आए. इसके अलावा आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह भी दिल्ली के लिए समय नहीं निकाले. पंजाब के कुछ अन्य आप नेताओं का भी नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में था. लेकिन वे एमसीडी चुनाव में कहीं नजर नहीं आए.
इस चुनाव में कांग्रेस ने चुनाव आयोग को 40 नाम भी दिए थे. जिनमें से अधिकतर नाम दिल्ली के ही नेताओं के थे. लेकिन दिल्ली से बाहर के जो बड़े नाम थे उनमें सचिन पायलट, भूपेंद्र हुड्डा, सलमान खुर्शीद, नदीम जावेद, इमरान प्रतापगढ़ी, कन्हैया कुमार जैसे नाम भी इस सूची में थे. लेकिन यह नेता भी नगर निगम चुनाव में कांग्रेस के लिए प्रचार में नहीं पहुंचे. पार्टी ने गांधी परिवार को पहले ही इस सूची से बाहर रखा था. क्योंकि कांग्रेस का मानना है कि निगम के प्रचार के लिए गांधी परिवार का उतरना सही नहीं है. नतीजा रहा कि कांग्रेस नगर निगम चुनाव में जिस दमखम से लड़ना चाहती थी उसमें बड़े नेताओं का साथ नहीं मिला.