नई दिल्ली:दिल्ली यूनिवर्सिटी और सेंट स्टीफंस कॉलेज एक बार फिर टकराव की स्थिति में आ गए हैं. ताजा मामला सेंट स्टीफंस कॉलेज के 86 पन्नों के उस प्रॉस्पेक्टस से जुड़ा है जो कॉलेज ने अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया है. कॉलेज ने इस प्रॉस्पेक्टस में अपने दाखिला मानदंड पर कायम है. कॉलेज ने साफ कर दिया है कि वह शैक्षणिक सत्र 2023-24 में अपने कॉलेज में स्नातक पाठ्यक्रम में दाखिला के लिए इंटरव्यू लेगा. यह इंटरव्यू अल्पसंख्यक आरक्षित सीटों के लिए लिया जाएगा. छात्रों का प्रवेश कॉलेज के प्रॉस्पेक्टस में अधिसूचित प्रक्रिया के अनुसार होगा.
इसमें कहा गया है कि सीयूईटी स्कोर के अलावा, साक्षात्कार में ईसाई के लिए 15% का वेटेज होगा. यानि इस सत्र में अगर कोई ईसाई छात्र सेंट स्टीफंस में दाखिला लेना चाहता है तो उसे सीयूईटी स्कोर के अलावा कॉलेज में आयोजित इंटरव्यू भी देना होगा. अब इस मामले में डीयू ने कड़ा विरोध जताया है. डीयू के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने साफ कर दिया है कि कॉलेज जो दाखिला के लिए मानदंड अपना रहा है, उसे मान्यता नहीं दी जाएगी.
सीयूईटी अंकों के आधार पर दाखिला:डीयू वीसी ने साफ कर दिया है कि गत वर्ष भी सेंट स्टीफंस कॉलेज अपने दाखिला मानदंड पर अड़ा था. मामला कोर्ट में भी गया. सभी कॉलेज के लिए एक नियम है कि सीयूईटी अंकों के आधार पर ही दाखिला होगा. दिल्ली यूनिवर्सिटी कई बार सेंट स्टीफंस कॉलेज को इस संबंध में बताया है.