नई दिल्ली: 20 अगस्त को पूरे देश में अक्षय ऊर्जा दिवस के रूप में मनाया जाता है. अक्षय ऊर्जा का एक बड़ा स्रोत सूर्य है. सोलर पैनल के जरिए ऊर्जा न सिर्फ बचाई जा सकती है बल्कि इससे बचत भी होती है. इसका एक बेहतरीन उदाहरण दिल्ली विधानसभा में देखा जा सकता है. जहां बड़ी तादाद में सोलर प्लांट्स लगाए गए हैं जिनसे करीब 30 से 35 फीसदी ऊर्जा से सभी बिजली उपकरण चलाए जाते हैं.
अक्षय ऊर्जा दिवस पर संवाददाता निरंजन मिश्रा की स्पेशल रिपोर्ट दिल्ली विधानसभा में इन्हीं सोलर पैनल के जरिए ऊर्जा जरूरत के एक बड़े हिस्से की पूर्ति की जाती है, अक्षय ऊर्जा दिवस के मौके पर ईटीवी भारत की टीम ने विधानसभा स्थित सोलर प्लांट का दौरा किया और ये जानने समझने की कोशिश की कि ये प्लांट किस तरह विधानसभा की ऊर्जा जरूरतों की पूर्ति में प्रभावी साबित हो रहा है.
दिल्ली विधानसभा में 200 किलो वाट के सोलर प्लांट लगाये गए हैं. जिसके जरिए विधानसभा की ऊर्जा खपत का एक बड़ा हिस्सा प्राप्त किया जाता है. विधानसभा की छत पर अलग-अलग हिस्सों में सैकड़ों सोलर पैनल लगे हैं. यहां जनवरी 2019 में 100 किलोवाट की क्षमता वाले सोलर प्लांट का उद्घाटन किया गया था, उसके बाद मई महीने में अलग से 100 किलोवाट क्षमता का एक और प्लांट लगा.
विधानसभा में लगाए गए हैं सोलर प्लांट JE राजेश यादव से खास बातचीत
ईटीवी भारत की टीम ने इसकी देखरेख करने वाले जेई राजेश यादव से भी बातचीत की. उन्होंने इसकी फंक्शनिंग और मॉनिटरिंग की पूरी प्रक्रिया को समझाया. ये सोलर प्लांट लगाने में बड़ा योगदान दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल का रहा है. इसे लेकर हमने रामनिवास गोयल से भी बातचीत की.
विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने बताया
उनका कहना था कि वर्तमान समय में सौर ऊर्जा हमारी उर्जा जरूरतों का एक बड़ा प्रभावी माध्यम साबित हो सकता है और यही कारण है कि मैंने दिल्ली विधानसभा को पूरी तरह से सौर ऊर्जा से लैस करने की कोशिश की. इसी कोशिश में हमने 200 किलोवाट के सोलर प्लांट लगाए. उन्होंने बताया कि इस 200 किलोवाट के सोलर प्लांट के जरिए दिल्ली विधानसभा हर साल 10 लाख रुपए की बचत कर रही है.
रामनिवास गोयल, विधानसभा अध्यक्ष इसी से जुड़ी एक जानकारी हमें राजेश यादव ने दी. उनका कहना था कि हम न सिर्फ 10 लाख रुपए बचा रहे हैं, बल्कि जिस दिन दिल्ली विधानसभा में छुट्टी का दिन होता है, उस दिन सोलर प्लांट के जरिए पैदा होने वाली बिजली हम ग्रिड को ट्रांसफर कर देते हैं और जितनी कीमत की बिजली हम ट्रांसफर करते हैं, उतना पैसा विधानसभा की बिजली बिल से कम हो जाता है.
विधानसभा अध्यक्ष ने इस सोलर प्लांट की अहमियत पर जोर दिया और कहा कि अक्षय ऊर्जा दिवस के मौके पर लोगों को ज्यादा से ज्यादा ऊर्जा के इन स्रोतों पर निर्भर होना चाहिए, जो अक्षय हैं, यानी जिनका क्षय नहीं हो सकता.