नई दिल्ली: फलों का राजा आम एक ऐसा फल है, जिसका स्वाद सभी को भाता है. सीजन में इसकी कीमत भी आम आदमी के पहुंच में होती है. हालांकि ऐसा नहीं है कि यह सिर्फ सीजन में ही मिलता है. लेकिन अगर बेमौसम आपको आम का स्वाद लेना है तो उसके लिए अधिक पैसे खर्च करने पड़ते हैं. यानी कि बेमौसम का आम सिर्फ खास लोगों के लिए ही है जिनके पास खूब पैसे हैं.
राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में अप्रैल से लेकर अगस्त तक हर जगह आम उपलब्ध रहता है. इस दौरान उत्तर भारत के यूपी-बिहार आदि राज्यों से आम की आमद होती है, लेकिन राजधानी की आजादपुर मंडी में पूरे साल आम मिलता रहता है. यह आम दक्षिण भारत के राज्यों से आता है. केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र और तमिलनाडु जैसे राज्यों में पूरे साल आम की पैदावार होती है. और यह सारा आम वहीं से आता है. दक्षिण भारत से आने वाले आम को प्रिजर्व करने की जरूरत नहीं पड़ती है क्योंकि ये सीधे बागों से आते हैं. गत्ते के डिब्बे में कच्चा आम पैक करके आता है जो कि 4 दिन में पक जाता है वहीं पके हुए आम प्लास्टिक की कैरेट में आते हैं.
बेमौसम आम की कीमत हो जाती है दोगुनीःआजादपुर मंडी के चैंबर ऑफ मर्चेंट एसोसिएशन के सेक्रेटरी राजकुमार भाटिया ने बताया कि दक्षिण भारतीय राज्यों से सिंदूरी, सफेदा, पैरी, अल्फांसो, हमाम, हापुस किस्मों के आम आते हैं. आजकल बाजार में यही आम उपलब्ध हैं. अभी इनकी कीमत 100 रुपये प्रति किलो से लेकर 500 रुपए प्रति किलो तक है. हमाम 500 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है.
इसके अलावा अल्फांसो भी 300 रुपये प्रति किलो मिल रहा है. अभी आम का सीजन चल रहा है इसलिए इनकी कीमत थोड़ी कम है. लेकिन जुलाई के बाद अगली फरवरी तक इन्हीं आमों की कीमत लगभग दोगुनी हो जाती है. क्योंकि इस दौरान बाजार में सिर्फ दक्षिण भारतीय आम ही मिलता है. राजकुमार भाटिया ने बताया कि आज दिल्ली में सिर्फ आजादपुर मंडी में ही पूरे साल आम मिलता है.