नई दिल्ली : दिल्ली में निगम चुनाव में 14 नवंबर को नॉमिनेशन का आखिरी दिन था. भाजपा और आप के अलावा बागी उम्मीदवारों ने नामांकन भरा. वसंत कुंज वार्ड मनोज मेहलावत वसंत कुंज से निगम पार्षद थे. इन्होंने बीजेपी का साथ छोड़ एनसीपी के साथ चुनावी मैदान में उतर गए हैं. इनका दावा है कि बीते पांच सालों में इन्होंने जो विकास के कार्य किए हैं उसके दम पर वसंत कुंज वार्ड की जनता उन्हें एक बार और चुनेगी. कोरोना काल में अपने सराहनीय कार्य के बदौलत इन्हें इलाके में अपने जनता से पूरी उम्मीद है कि वह उन्हें एक बार फिर चुनकर वार्ड में दोबारा से पार्षद बनाएगी.
वसंत विहार वार्ड से बीजेपी के वरिष्ठ एवं अनुभवी नेता राधेश्याम शर्मा की बहू राजरानी शर्मा को बीजेपी से टिकट मिला है. राजरानी शर्मा अपने ससुर के अनुभव के आधार पर उन्होंने दावा किया है कि वह इस चुनाव को जरूर जीतेंगी और अपने क्षेत्र में विकास का कार्य बढ़-चढ़कर करेंगी. वहीं राधेश्याम शर्मा ने अपने अनुभव के हिसाब से बताया कि आज के दौर में एमसीडी में पुख्ता तरीके से अपने को मुद्दे उठाने की काफी कमी है, अगर वह जीत के आते हैं तो पहले की तरह एक बार फिर वह साबित करेंगे कि एमसीडी में विकास का कार्य कैसे किया जाता है.
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