दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

हमारे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है: मनीष सिसोदिया

दिल्ली सरकार के स्कूल के वार्षिकोत्सव समारोह में शुक्रवार को शामिल हुए डिप्टी CM मनीष सिसोदिया ने बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया. साथ ही साथ टीचरों और पेरेंट्स को खास ध्यान रखने की सलाह दी.

स्कूल के वार्षिकोत्सव समारोह में स्टूडेंट्स ने मोहा मन.
स्कूल के वार्षिकोत्सव समारोह में स्टूडेंट्स ने मोहा मन.

By

Published : Dec 30, 2022, 6:24 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय शकरपुर व राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय वेस्ट विनोद नगर में आयोजित वार्षिकोत्सव समारोह में शामिल हुए. बच्चों को संबोधित करते हुए सिसोदिया ने कहा कि हमारे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर आज दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे न केवल पढ़ाई में बल्कि उसके साथ-साथ हर क्षेत्र में अव्वल खड़े हैं और अपनी इसी प्रतिभा के दम पर ये बच्चे देश को नंबर.1 बनाएंगे.

पहले सरकारी स्कूलों में दाखिला मजबूरी में कराते थे अभिभावकःउन्होंने कहा कि 7-8 साल पहले तक एक दौर था जब पेरेंट्स मजबूरी में अपने बच्चों का सरकारी स्कूलों में एडमिशन करवाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है. पिछले 8 सालों में दिल्ली सरकार के स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर, टीचर-ट्रेनिंग और क्वालिटी एजुकेशन के क्षेत्र में शानदार काम हुए हैं और इसने पेरेंट्स के अंदर दिल्ली सरकार के स्कूलों के प्रति भरोसा बढ़ाने का काम किया है.

स्कूल के वार्षिकोत्सव समारोह में स्टूडेंट्स ने मोहा मन.

उन्होंने कहा कि पेरेंट्स अब ये समझने लगे हैं कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में उनके बच्चों का भविष्य सुरक्षित है. यही कारण है कि पिछले कुछ सालों में दिल्ली सरकार के स्कूलों में बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूलों से आये बच्चों ने दाखिला लिया है. आज दिल्ली सरकार के स्कूल क्वालिटी एजुकेशन और शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में प्राइवेट स्कूलों को टक्कर दे रहे हैं, लेकिन हमारा लक्ष्य यहीं तक सीमित नहीं होना चाहिए.

स्कूलों को शानदार बनाना हैःसिसोदिया ने कहा कि हमारा लक्ष्य यह होना चाहिए कि देश के सभी स्कूल इतना शानदार बने और उसमें पढ़ाई का स्तर इतना हो कि ये विश्व के अव्वल स्कूलों में शामिल हो जाए. और जब भी विश्व में टॉप स्कूलों का नाम लिया जाये तो उसमें दिल्ली और भारत के स्कूलों का नाम शामिल हो.

यह भी पढ़ेंः दिल्ली के सीवेज सिस्टम को बेहतर बनाने के प्रयास शुरू, इजरायल के एक्सपर्ट ने बताया ठोस कचरा प्रबंधन

ABOUT THE AUTHOR

...view details