नई दिल्ली:मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सुविधा के ऐलान के साथ ही दिल्ली की राजनीति में हलचल मची हुई है. अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि महिलाओं को डीटीसी बसों और मेट्रो में कोई किराया नहीं देना होगा.
महिलाओं की राय जानने पहुंचे सिसोदिया
सत्ता में बैठी 'आप' जहां इसे महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिहाज से एक बेहतर कदम बता रही है तो वहीं बीजेपी इसे लोगों को बरगलाने का एक नया तरीका बता रही है. इन सब के बीच मंगलवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया डीटीसी में यात्रा करने वाली महिलाओं से इस योजना पर राय जानने के लिए पहुंचे.
महिलाओं से मांगा योजना पर सुझाव
मनीष सिसोदिया ने दिल्ली सचिवालय से डीटीसी और क्लस्टर बसों में सफर किया. उन्होंने बसों में बैठी महिलाओं से पूछा कि क्या उन्हें लगता है कि दिल्ली सरकार की ये योजना महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए फायदेमंद साबित होगी. साथ ही, उनके सुझाव के बारे में भी पूछा.
डीटीसी बस में लोगों से मुखातिब मनीष सिसोदिया महिलाओं ने इसे बताया बेहतर प्रयास
सबसे पहले सिसोदिया ने यहां तीव्र मुद्रिका बस सेवा में चढ़कर एक छात्रा से बात की. इस छात्रा ने दिल्ली सरकार के इस कदम को बेहतर बताते हुए कहा कि अभी के समय में वो मेट्रो से कोचिंग जाती है जिसमें उसके बहुत पैसे खर्च हो जाते हैं. अगर ये योजना लागू हो जाती है तो उनके लिए तो बहुत बड़ी सहूलियत हो जाएगी. एक गृहणी ने कहा कि उनके लिए ये कदम अच्छा है लेकिन लागू हो जाने के बाद ही वो इस पर कुछ कहेंगी.
मनीष सिसोदिया ने डीटीसी बस में यात्रा की सिसोदिया ने BJP पर साधा निशाना
सिसोदिया ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अभी के समय में इस योजना को जमीनी स्तर पर लाने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. ये सही है कि इसमें कुछ कठिनाइयां हैं लेकिन मुख्यमंत्री ने जो भी कहा है वो बहुत सोच समझकर कहा है. विपक्ष पर निशाना साधते हुए सिसोदिया ने कहा कि लोगों से तो पॉजिटिव फीडबैक आ रहा है लेकिन बीजेपी इसके खिलाफ है.
बीजेपी पर विकास विरोध का आरोप
मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि दिल्ली के सातों सांसद बीजेपी के होने के बावजूद पिछले 5 सालों में किसी जनहित योजना पर ध्यान नहीं दिया गया. अब जब केजरीवाल सरकार जनहित के विषय में सोच रही है तो बीजेपी इसका विरोध करने में जुटी है.