नई दिल्ली : दिल्ली नगर निगम चुनाव का 7 दिसंबर यानी बुधवार को आने वाले नतीजों का सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इस बीच 6 दिसंबर की सुबह दिल्ली बीजेपी कार्यालय (delhi bjp office) में पूरी तरह से न सिर्फ सन्नाटा पसरा नजर आया, बल्कि प्रदेश कार्यालय से प्रवक्ताओं के साथ प्रदेश के मंत्रियों और अधिकारी भी नदारद दिखे. एमसीडी चुनाव के नतीजों को लेकर अलग-अलग एग्जिट पोल के सामने आने के बाद से बीजेपी के खेमे में निराशा का माहौल देखने को मिल रहा है.
साढ़े तीन फीसद कम हुई वोटिंग का फायदा किसे :राजधानी दिल्ली में 250 वार्डों में हुए चुनाव में कुल 1349 उम्मीदवार हैं. यह देखना भी काफी दिलचस्प होगा कि इस बार पिछले 2 चुनावों के मुकाबले करीब साढ़े तीन फीसद कम हुई वोटिंग का फायदा किसे मिलता है ? इस बार के इस चुनाव में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच में सीधा और कड़ा मुकाबला माना जा रहा है. सियासी गलियारे में हाशिए पर पहुंच चुकी कांग्रेस भी मैदान में है. उसका क्या होता है, यह देखना भी रोचक होगा. 4 दिसंबर को हुए मतदान के एग्जिट पोल में बेहद चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं. इसमें साफ कहा गया है कि आम आदमी पार्टी दिल्ली नगर निगम के चुनाव में 150 से ज्यादा सीटें जीतती नजर आ रही है. बीजेपी 60 से 90 सीटों पर सिमटती दिख रही है और कांग्रेस को महज 10 से 20 सीटें मिलती नजर आ रही हैं.
बीजेपी के खेमे में दिख रही निराशा : बीजेपी के खेमे में न सिर्फ निराशा देखी एग्जिट पोल के सामने आने के बाद से ही बीजेपी के खेमे में न सिर्फ निराशा देखी जा रही है बल्कि बीजेपी के प्रवक्ताओं को भी उदास देखा जा सकता है. नतीजों से पहले 6 दिसंबर की सुबह से लेकर दोपहर तक बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा नजर आया. न तो प्रदेश कार्यालय में कोई प्रवक्ता दिखा और न ही बीजेपी का कोई नेता दिखा. दोपहर करीब 12 बजे दिल्ली बीजेपी की प्रदेश इकाई का इक्का-दुक्का चेहरा दिखा तो सही लेकिन उन्होंने चुनावों के नतीजों को लेकर कैमरे पर बोलने से साफ इनकार कर दिया. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता हरीश खुराना ने भी ऑफ कैमरा बात करते हुए कहा कि नतीजे सामने आने के बाद ही उस पर बात करेंगे. खुराना के चेहरे पर एग्जिट पोल के नतीजों को लेकर चिंता नजर आई.